The Fun They Had Explanation in Hindi | Easy Language

The Fun They Had Explanation in Hindi are written by experts. Go through and gain confidence. We at edumantra highly appreciate your feedback regarding The Fun They Had Chapter Explanation in Hindi.

The Fun They Had Explanation in Hindi

पाठ का संपूर्ण हिदी अनुवाद

[PAGE 1]

जो कहानी हम पढ़ेंगे वह भविष्य के उस समय मे लिखी गई है जब आज की तरह पुस्तकें और स्कूल अस्तित्व में नहीं होगें । तब बच्चे पढाई कैसे करेंगे ?
नीचे दिया गया चित्र आपको कुछ जानकारी प्रदान कर ‍सकता है l 

  1. समूह बनाकर अपने विद्यालय से संबंधित तीन ऐसी चीजो के बारे में विचार विमर्श कीजिये जो आपको अच्छी लगती हैं और तीन ऐसी चीजे जिन्हें आप बदलना चाहते हो । उन्हें लिख लीजिए । 
  2. क्या आपने टेलीविजन  या कंप्यूटर की स्क्रीन (पर्दे) पर शब्दों  को  पढ़ा  है ? क्या आप ऐसे समय की कल्पना कर सकते हो जब सभी  पुस्तकें कम्पूटर पर उपलब्ध होंगीं ,  और कागज पर छपी पुस्तकें नहीं होंगीं ? क्या आपको ऐसी पुस्तकें अच्छी लगेगी ?

1. मार्गी ने आज रात ही इसके बारे में अपनी डायरी में लिखा था पृष्ठ शीर्षक 17 मई, 2157 पर उसने लिखा आज टॉमी को एक वास्तविक पुस्तक मिली  । वह एक बहुत पुरानी पुस्तक थी एक बार मार्गी  के दादा जी ने कहा था कि जब यह एक छोटा बालक था तो उसके दादा जी उसे बताया करते थे कि एक समय ऐसा था जब सभी कहानियों की छपाई कागज पर होती थी । 
वे पीले पड़ चुके और सलवटों  वाले पन्नों  को बदल रहे थे , और उन्हें यह वहुत अधिक हास्यास्पद लग रहा है कि वे शब्द उसकी टेलीविजन की स्कीन से भिन्न केवल एक ही स्थान पर खड़े हुए थे और जब वे पहले पढ़  चुके पृष्ट को निकालते थे तो उन्हें वे शब्द बिल्कुल उसी स्थान पर मिलते थे  जहाँ पर उस समय थे जय उन्होंने पुस्तक को पहले पढ़ा था । 
2. ठगी‘, टॉमी ने कहा, ‘यह कितनी व्यर्थ बात है जब आपने पुस्तक पढ़ ली हैतो इसे फेंक दीजिए, मेरा तो यहीं मानना है

[PAGE 2]

हमारे टेलीविजन की स्कीन (पर्दे) पर लाखों पुस्तकें हैँ और इस पर और बहुतसी पुस्तकें हो सकती हैं मैं उसे नहीं फैकूंगा । मेरे टेलीविजन पर भी ऐसा ही हैं,’ मार्गी ने कहा वह ग्यारह वर्ष की थी और उसने अभी उतनी पुस्तकें नहीं देखी थी जितनी टाँमी  ने देखी  थीं। वह तेरह वर्ष का था।
उसने कहा, ‘तुम्हें यह पुस्तक कहाँ  से मिली ?’
मेरे घर से उसने बिना ऊपर देखे इशारा  किया, क्योंकि वह पढने में व्यस्त था अटारी में 
यह किसके बारे में है ?’ स्कूल के बारे में ‘ .

3. मार्गों ने तिरस्कारपूर्वक ढंग से कहा स्कूल ?  स्कूल के बोरे में लिखने की क्या बात है हैं मुझे  स्कूल से घृणा  है ।
मार्गी  हमेशा से ही स्कूलों से घृणा करती थी , लेकिन अब यह इसे पहले से भी अधिक नफरत करने लगी तकनीकी शिक्षक उसे भूगोल में टेस्ट के बाद  टैस्ट (परीक्षा) दे  रहा था और वह बार –बार बुरा  प्रदर्शन करती रही थी और उसकी माँ ने दुःख  से अपना सिर हिलाया  काऊंटी इंस्पैक्टर को बुला भेजा
वह एक लाल चेहरे वाला छोटे कद गोलमटोलसा व्यक्ति था और वह अपने साथ औजारों और तारों का का बक्शा लेकर आया था णा वह मार्गी पर  मुस्कराया और उसे एक सेब दिया, तब उसने शिक्षक को खोल दिया मार्गी को आशा थी कि उसे इसे दोबारा से जोड़ने के बारे मे नहीं पता होगा , लेकिन वह इसके बारे मे सब कुछ  ठीक तरह  से जानता था और लगभग आधे घंटे के पश्चात और एक बार  फिर काफी बड़ा और काले तथा भददे रूप एक बड़ी स्कीन वाला जिस पर सभी प्रकार के पाठ दिखाए जाते थे और प्रश्न पूछे जाते थे ।
वह इतना बुरा नहीं था जिस भाग को मार्गी सबसे अधिक घ्रणा करती थी वह था ‘दराज’ जिसमे उसे अपना गृहकार्य और परीक्षा पुस्तिकाए डालनी पड़ती थी । वह उन्हें हमेशा ही एक छिद्र कोड के रूप में छ: वर्ष की आयु से ही सीखती रही थी , और तकनीकी शिक्षक  देर में ही अंकों की गणना का देता  था ।

4. काम समाप्त होने पश्चात इंस्पेक्टर मुस्कराया और मार्गी के सर को थपथपाया । उसने उसकी (मार्गी) की माँ को कहा , ‘इसमें छोटी लड़की की गलती नहीं है, श्रीमती जोन्स । मुझे लगता है कि भूगोल वाले हिस्स्से की गति थोड़ी अधिक हो गयी थी । ऐसी चीजे कई बार हो जाती है । अब मैने इसकी गति को एक औसत दस वर्ष की लड़की के स्तर पर कर दिया है वास्तविकता यह है कि उसकी प्रगति का संपूर्ण प्रदर्शन बिलकुल संतोषजनक था और उसने मार्गी के सिर को थपथपाया     

[PAGE 3]

मार्गी निराश थी   उसे आशा थी कि वह अध्यापक को अपने साथ ले जाएगा एक बार वे टॉमी  के शिक्षक को  लगभग एक माह के लिए  ले गए थे क्योंकि इतिहास वाला भाग एकदम से बिल्कुल साफ हो गया था  इस लिए उसने टॉमी से कहा , ‘ कोई स्कूलों के बारे क्यों लिखेगा ? ” 
6. टॉमी ने बहुत ही विशिष्ट नजरों से उसकी ओर देखा।
क्योंकि  यह हमारी तरह का स्कूल नहीं है, मूर्ख यह पुरानी किस्म का स्कूल या जोकि सैकडों वर्ष पहले हुआ करते थे ,’ 
 उसने विशिष्ट अंदाज में शब्दों का सावधानीपूर्वक उच्चारण करते  हुए कहा, “शताब्दियों पहले’   
मार्गी आहत थी ठीक है, मुझें नहीं मालूम  कि  उस समय उनके किस प्रकार के स्कूल हुआ करते थे उसने उसके के ऊपर से झुककर  के थोडी देर के लिए पुस्तक को पढा, तब बोली , ‘ चाहे जो  भी हो, उनका भी तो शिक्षक होता था ।’ 
अवश्य ही उनका शिक्षक होता था, लेकिन यह एक नियमित शिक्षक नहीं होता था वह एक इंसान होता था ‘ – 
इंसान ? इंसान शिक्षक कैसे हो सकता है ?‘ –
अच्छहा वह लड़कों और लड़कियों को चीजों के वारे में बताता होगा भी उन्हें गृहकार्य देता  होगा और उनसे प्रश्न पूछता होगा

7. ‘एक इंसान शिक्षक इतना तीक्ष्ण बुद्धि वाला नहीं हो सकता 1′
वह अवश्य ही हो सकता है। मैरे पिता जी मेरे शिक्षक जितना ज्ञान  रखते थे  ’ 
वह उस जितना जानता है, मैं शर्त लगाता हूँ।” – 
मार्गी इस विषय पर विवाद पैदा नहीं करना चाहती थी उसने कहा  यहा, ‘मैं नहीं चाहूँगी कि  एक अजनबी व्यक्ति  मेरे घर में मुझे पढाने आए
टॉमी हंसी से चिल्लाया ।मार्गी तुम अधिक नहीं जानती हो अध्यापक  घरों  में नहीं रहते थे उनके पास एक विशेष  इमारत होती थी और सभी बच्चे वहाँ  जाते थे
‘और सभी बच्चे एक ही बात सीखते थे ?’
‘अवश्य ही, यदि वे एक ही आयु के होते

8. ‘लेकिन मेरी माता जी कहती  हैं किंएक शिक्षक को तो  प्रत्येक लड़के या लडकी, जिसको वह पढ़ाता  है, के मानसिक स्तर के अनुसार समायोजित किया जाता है और प्रत्येक बच्चे को अलगअलग प्रकार से पढाना पड़ता है ‘ 
इस प्रकार का कार्य वे (दिदूयार्थी) उस समय नहीं करते थे यदि तुम इसे पसंद नहीं करती हो तो तुम्हें पुस्तक को पढ़ने की अवश्यकता नहीं  है’।
मैंने यह  तो नहीं कहा कि मैं इसे पसंद नहीं करती  हूँ,’ मार्गी ने एकदम से कहा

[PAGE 4]

वह उन मजाकिया स्कूलों  के बोरे में पढ़ना  चाहती थी
उन्होंने अभी आधी पुस्तक भी नहीं पढी थी कि तभी मार्गी की माँ ने आबाज लगा दी , ‘मार्गी !,स्कूल !’  मार्गी ने ऊपर की ओर देखा ‘मम्मी, अभी नहीं ।’
अभी ! श्रीमती जोन्स ने कहा । ‘और शायद टॉमी का भी समय हो गया होगा
मार्गी ने टॉमी  से कहा  “क्या स्कूल के  पश्चात मैं पुस्तक को तुम्हारे साथ कुछ और समय के पढ़ सकती हूँ ?’ 

9. ‘शायद’, उसने लापरवाहीपूर्ण  ढंग से कहा ।  यह  सीटी बजाता हुआ चला  गया, धूल भरी पुरानी पुस्तक उसकी बाजू के नीचे दबी हुई थी । 
मार्गी स्कूल के कमरे के चली गई । यह कमरा उसके शयनकक्ष से अगले वाला था और तकनीकी शिक्षक कार्यरत अवस्था मे था और उसकी प्रतीक्षा कर रहा था । वह शनिवार और रविवार को छोड़कर प्रत्येक दिन उस समय चालू (कार्यरत) अवस्था में होता था , क्योंकि उसकी माँ कहती थी कि यही छोटी लड़की नियमित समय पर सीखती हैं तो वसे अच्छे से सीख जाती है ।  
स्कीन प्रकाशित हुई , और उसने कहा , आज का अंकगणित का सबक सही भिन्नों का योग करने के बारे में है । कृपया कल का गृहकार्य उचित दराज मे डाल दो ।’  

10.  मार्गी ने एक आह के साथ ऐसा किया । वह पुराने ज़माने के उन स्कूलों के बारे में सोच रही थी जब उसके दादा के दादा एक छोटे बच्चे थे । पुरे पड़ोस के सरे बच्चे आते थे , स्कूल के प्रांगण में हँसते और चिल्लाते रहते थे , कक्षा के कमरे में इकट्ठठे बैठते थे और (छुट्टी के पश्चात सभी) शाम के समय इकट्ठठे  ही घर जाया करते थे । वे एक जैसा सबक सीखते थे , इसलिए गृह कार्य के बारे में एक दूसरे की मदद कर सकते थे और आपस में गृहकार्य के बारे में बाते कर सकते थे ।
और शिक्षक इंसान होते थे …………………
तकनीकी शिक्षक स्क्रीन पर चमक रहा था : जब हम भिन्नों 1/2और 1/4को जोड़ते हैं तो –‘
मार्गी इस विषय में सोच रही थी कि पुराने दिनों में बच्चे उस स्कूल को कितना पसंद करते थे । वह उस मजाक के बारे में सोच रही थी जो वे किया करते थे ।       

    

Related Posts