Vachya Kise Kahate Hain | वाच्य किसे कहते हैं हिंदी में

By | July 28, 2022
Vachya Kise Kahate Hain

Vachya Kise Kahate Hain और उसका अर्थ आइये समझते हैं उदहारण सहित. वाच्य का अर्थ है – बोलने का विषय. Here we also provide Pad Kise Kahate Hain. हमारी वेबसाइट edumantra.net पर आपको बहुत से Apathit Kavyansh मिलेंगे ताकि विद्यार्थी की कविता को समझने की क्षमता का पता चल सके.

Vachya Kise Kahate Hain

वाच्य का अर्थ है – बोलने का विषय. अतः क्रिया के जिस रुप से यह पता चले कि क्रिया का मुख्य विषय कर्ता है, कर्म है अथवा भाव, उसे ‘वाच्य’ कहते हैं. उदाहरणतया –
सोनिया खेल रही है
-इस वाक्य में खेलने का मुख्य विषय ‘सोनिया’ अर्थात कर्ता है. इसलिए यह कर्तवाच्य वाक्य है.

Vachya Ke Bhed | वाच्य के भेद

वाच्य के दो भेद हैं.
1.कर्तवाच्य (Active voice) – इसमें कथन का केंद्र कर्ता होता है. कर्म गौण होता है कर्तवाच्य में क्रिया अकर्मक भी हो सकती है और सकर्मक भी. जैसे- राजीव सोता है. (अकर्मक)
राजीव पुस्तक पढ़ता है. (सकर्मक)
इन दोनों वाक्यों में कर्ता ही वाक्य का केंद्र बिंदु है अतः यह कर्तवाच्य वाक्य है.
2.अकर्तवाच्य – जिन बातों में कर्ता गौण या लुप्त होता है. उसे अकर्तवाच्य कहते हैं. अकर्तवाच्य के दो भेद हैं –
(क) कर्मवाच्य (Passive voice) – जिस वाक्य में केंद्र – बिंदु कर्ता न होकर ‘कर्म’ हो, उसे कर्मवाच्य कहते हैं. कर्म की प्रधानता के कारण या तो कर्ता का लोप होता है ; या कर्ता के बाद ‘से’ अथवा ‘द्वारा’ का प्रयोग होता है. जैसे-
सोनिया से गीत गाया गया. [कर्ता (सोनिया) के बाद ‘से’ का प्रयोग.]
पतंग उड़ रही है. (कर्ता का लोप)
रोगी को दवाई दे दी गई है. (कर्ता का लोप)
इन तीनों वाक्यों में क्रमशः ‘गीत’, ‘पतंग’ और ‘दवाई’ कर्म हैं. यही अपने – अपने वाक्यों के केंद्र – बिंदु भी हैं. अतः यह कर्मवाच्य वाक्य हैं.
कर्म वाच्य में कर्ता की असमर्थता सूचित करने वाले वाक्य भी होते हैं. इनमें कर्ता के साथ ‘से’ अथवा ‘द्वारा’ लगता है और क्रिया के साथ निषेधात्मक ‘नहीं’ का प्रयोग होता है. जैसे –
मुझसे यह दृश्य देखा नहीं जाएगा.
मोहनी से भोजन न हो सका.

सकर्मक क्रिया से व्युत्पन्न अकर्मक क्रियाओं वाले वाक्य भी सकर्मक कहलाते हैं. जैसे –
दरवाजा खुल गया. (खोलना = खुलना )
गिलास टूट गया. (तोड़ना = टूटना )
(ख)भाव वाच्य (Impersonal voice) – जिस वाक्य में कर्ता की प्रधानता न होकर अकर्मक क्रिया का भाव प्रमुख हो, उसे भाववाच्य कहते हैं. ऐसे वाक्यों में क्रिया सदा एकवचन, पुल्लिंग, अकर्मक तथा अन्य पुरुष में रहती है. उदाहरणतया –
सोहन से चला नहीं जाता.
अब मुझसे सहा नहीं जाता.
इनमें क्रमशः ‘चला’ तथा ‘सहा’ क्रियाएं ही प्रमुख हैं. अतः यह भाववाच्य के उदाहरण हैं.

Vachya Parivartan Examples in Hindi

कर्तृवाच्य से कर्मवाच्य बनाना
(i)पहले कर्तृवाच्य की मुख्य क्रिया को सामान्य भूतकाल में परिवर्तित कीजिए.
(ii)उस परिवर्तित किया के साथ ‘जाना’ क्रिया का काल, पुरुष, वचन और लिंग के अनुसार जो रूप हो उसे जोड़कर साधारण क्रिया को संयुक्त क्रिया में बदलिए.
(iii)कर्तृवाच्य के कर्ता के साथ यदि कोई विभक्ति लगी हो, तो उसे हटाकर ‘से’ अथवा ‘के द्वारा’ आदि जोड़िए.
(iv)यदि कर्म के साथ विभक्ति लगी हो, तो उसे हटा दीजिए
कर्तृवाच्य
1.शिकारी शिकार करते हैं.
2.मैंने पत्र लिखा.
3.क्या वह यह उपन्यास मुंशी प्रेमचंद ने लिखा है.
4.यह कविता किसने लिखी है.
5.भगवान हमारी रक्षा करता है.
6.सुंदर ने मधुर गीत गाए.
7.वह दिन में दूध पीता है.
8.पक्षी आकाश में उड़ेंगे.
9.महात्मा गांधी ने राष्ट्र को शांति और अहिंसा का संदेश दिया.
10.महर्षि दयानंद ने आर्य समाज की स्थापना की.
11.हम स्वामी दयानंद को नहीं भूल सकते.
12.रीमा चित्र बनाती है.
13.कलाकार मूर्ति गढ़ता है.
14.करीम पतंग उड़ा रहा है.
15.नानी कहानी सुनाएंगी.
16.लड़का पत्र लिखता है.
कर्मवाच्य
1.
शिकारियों के द्वारा शिकार किया जाता है.
2.मुझसे पत्र लिखा गया.
3.क्या यह उपन्यास मुंशी प्रेमचंद द्वारा लिखा गया है.
4.यह कविता उसके द्वारा लिखी गई है.
5.भगवान द्वारा हमारी रक्षा की जाती है.
6.सुंदर द्वारा मधुर गीत गाए गए.
7.उसके द्वारा दिन में दूध पिया जाता है.
8.पक्षियों द्वारा आकाश में उड़ा जाएगा.
9.महात्मा गांधी द्वारा राष्ट्र को शांति और अहिंसा का संदेश दिया गया.
10.महर्षि दयानंद द्वारा आर्य समाज की स्थापना की गई.
11.हम से स्वामी दयानंद नहीं भुलाए जा सकते.
12.रीमा द्वारा चित्र बनाया जाता है.
13.कलाकार द्वारा मूर्ति गढ़ी जाती है.
14.करीम द्वारा पतंग उड़ाई जा रही है.
15.नानी द्वारा कहानी सुनाई जाएगी.
16.लड़के द्वारा पत्र लिखा जाता है.

कर्तृवाच्य से भाववाचक बनाना
कर्तृवाच्य से भाव वाच्य में बदलने के लिए
(i) कर्ता के आगे ‘से’ अथवा ‘के द्वारा’ लगाएं. जैसे –
बच्चे – बच्चों से, लड़की – लड़की के द्वारा.
(ii) मुख्य क्रिया को सामान्य भूतकाल की क्रिया के एकवचन में बदलकर उसके साथ ‘जाना’ धातु के एकवचन, पुल्लिंग, अन्य पुरुष का वही काल लगा दें, कर्तृवाच्य की क्रिया का है. जैसे –
पढ़ेंगे – पढ़ा जाएगा.
खेल रही थी – खेला जा रहा था .
सोते हैं – सोया जाता है.
उदाहरण –
कर्तवाच्य

1.मैं नहीं पढ़ता.
2.हिरण दौड़ता है.
3.रमेश नहाया.
4.मैं अब नहीं चल पाता.
5.क्या वे लिखेंगे ?
6.हम इतना कष्ट नहीं कह सकते.
7.पक्षी रात को सोते हैं.
8.हम इतने दुख नहीं सह सकते.
9.बच्चे शांत नहीं रह सकते.
10.मैं उठ नहीं सकता.
11.हम नहीं हंस सकते.
12.सौम्या सुबह को नहीं उठ सकी.
13.सास लड़ नहीं सकी.
14.हम इतनी दूर नहीं रह सकते.
भाववाच्य
1.
मुझसे पढ़ा नहीं जाता.
2.हिरण से दौड़ा जाता है.
3.रमेश से नहाया गया.
4.मुझसे अब नहीं चल पाता.
5.क्या उनसे लिखा जाएगा ?
6.हमसे इतना कष्ट सहा नहीं जा सकता ?
7.पक्षियों से रात को सोया जाता है.
8.हमसे इतने दुख नहीं सहे जाते.
9.बच्चों से शांत नहीं रहा जाता.
10.मुझसे उठा नहीं जाता.
11.हम से हंसा नहीं जाता.
12.सौम्या से सुबह नहीं उठा जा सका.
13.सास से लड़ा नहीं जा सका.
14.हमसे इतनी दूर नहीं रहा जा सकता.

भाव वाच्य और कर्मवाच्य से कर्तवाच्य बनाना
कृतवाच्य बनाने की पद्धति उपयुक्त विधियों के ठीक विपरीत है. इसमें पहले कर्ता को पहचाने ; ‘के द्वारा’ या ‘से’ को हटाए तथा क्रिया का कर्तवाच्य में प्रयोग करें. कुछ उदाहरण देखें –
भाववाचक / कर्मवाच्य
1.मुझसे पत्र नहीं लिखा गया.
2.मेरा द्वारा कल पत्र लिखा जाएगा.
3.रीमा से पुस्तक पढ़ी जा रही है.
4.छात्रों द्वारा पत्र लिखा जाता है.
5.सरकार द्वारा शिक्षा पर बहुत खर्च किया जाता है.
6.लड़कों के द्वारा स्कूल साफ किया गया.
7.नानी द्वारा कहानी सुनाई जाती है.
8.लड़कों द्वारा हंसा नहीं जाता.
9.वेदव्यास द्वारा महाभारत लिखा गया.
10.बालकों द्वारा फुटबॉल खेली गई.
11.सुमित द्वारा कविता पढ़ी गई.
12.राजा द्वारा प्रजा को कष्ट दिए गए.
13.आज घूमने चला जाए.
कर्तृवाच्य
1.
मैंने पत्र नहीं लिखा.
2.मीरा कल पत्र लिखेगी.
3.रीमा पुस्तक पढ़ रही है.
4.छात्र पत्र लिखते हैं.
5.सरकार शिक्षा पर बहुत खर्च करती है.
6.लड़कों ने स्कूल साफ किया.
7.नानी कहानी सुनाती है.
8.लड़के नहीं हंसते.
9.वेदव्यास ने महाभारत लिखा.
10.बालकों ने फुटबॉल खेली.
11.सुमित ने कविता पढ़ी.
12.राजा ने प्रजा को कष्ट दिए.
13.आज घूमने चलें.

वाच्यों की पहचान
1.कर्तवाच्य – (i)
कर्ता बिना विभक्ति के होता है. (अथवा)
(ii)कर्ता के साथ ‘ने’ विभक्ति होती है.
2.कर्मवाच्य – (i) कर्ता के साथ ‘से’ या ‘के द्वारा’ विभक्ति होती है.
(ii)मुख्य क्रिया सकर्मक होती है और उसके साथ ‘जाना’ क्रिया का लिंग, वचन – कालानुसार रूप जुड़ा होता है.
(iii)‘जाना’ के उपर्युक्त रूप से पहले क्रिया सामान्य भूतकाल में होती है.
3.भाववाच्य – (i) कर्ता के साथ ‘से’ या ‘के द्वारा’ कारक चिन्ह होता है.
(ii)क्रिया अकर्मक होती है.
(iii)क्रिया सदा एकवचन पुल्लिंग में होती हैं.

हिंदी में वाच्यों का प्रयोग
हिंदी में अधिकतर कर्मवाच्य का ही प्रयोग होता है. जिन परिस्थितियों में कर्मवाच्य और भाववाच्य का प्रयोग होता है, वे इस प्रकार हैं –
कर्मवाच्य के प्रयोग – स्थल –
(क)अधिकार, गर्व या दर्प जताने के लिए –
(i)अपराधी को पेश किया जाए.
(ii)उन्हें दंड दिया जाए.
(iii)यह खाना हमसे नहीं खाया जाता.
(ख)जब वाच्य में कर्ता को प्रकट करने की आवश्यकता न हो, या कर्ता अज्ञात हो –
(i)धन पानी की तरह बहाया जा रहा है.
(ii)यहां किसी की बात नहीं सुनी जाती.
(iii)पत्र भेज दिया गया है.
(ग)जब कर्ता कोई सभा, समाज या सरकार हो –
(i)पंचवर्षीय योजनाओं पर सरकार द्वारा प्रतिवर्ष निर्धारित धन खर्चा जाता है.
(ii)आर्य समाज द्वारा कई अंतरजातीय विवाह कराए जाते हैं.
(घ)कानून या कार्यालयों की भाषा में –
(i)कार्य – कुशलता के लिए कर्मचारियों को सरकार द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा.
(ii)आपके प्रार्थना पत्र को निम्नलिखित कारणों से रद्द कर दिया गया है.
(iii)एक माह का अर्जित अवकाश स्वीकृत किया जाता है.
(ड) असमर्थता बताने के लिए –
(i) आज देर तक नहीं बैठा जा सकेगा.
(ii) गरीब का दुख मुझसे नहीं देखा जाता.

भाववाच्य के प्रयोग – स्थल –
(क)
विवशता, असमर्थता व्यक्त करने के लिए या निषेधार्थ में भाववाच्य का प्रयोग होता है –
(i)यहां तो खड़ा भी नहीं हुआ जाता.
(ii)आज मुझसे चला भी नहीं जा रहा है.
(ख)अनुमति या आज्ञा प्राप्त करने के लिए –
(i)अब थोड़ा आराम किया जाए.
(ii)अब चला जाए.

Exercise-1
निम्नलिखित वाक्यों को भाववाच्य बनाइए –

1.मैं अब चल नहीं पाता.
2.पक्षी बाग छोड़कर नहीं उड़े.
3.चिड़ियाँ उड़ाने पर भी नहीं उड़ीं.
4.मैं सो नहीं सका.
5.पक्षी आकाश में उड़ते हैं.
6.चिड़िया चहचाह रही हैं.
7.उनके सामने कौन बोल सकेगा.
8.इतनी गर्मी में कैसे बैठ सकते हो ?
9.मैं चल नहीं सकती.
10.अब राष्ट्रपति नहीं आएंगे.
उत्तर –
1.मुझसे अब चला नहीं जाता.
2.पक्षियों से बाग छोड़कर उड़ा नहीं गया.
3.उड़ाने पर भी चिड़ियों से उड़ा नहीं गया.
4.मुझसे सोया नहीं गया.
5.पक्षियों से आकाश में उड़ा जाता है.
6.चिड़ियों से चहचहाया जाता है.
7.उनके सामने किससे बोला जा सकेगा.
8.इतनी गर्मी में कैसे बैठा जा सकेगा.
9.मुझसे चला नहीं जाता.
10.अब राष्ट्रपति से नहीं आया जाएगा.

Exercise-2

निम्नलिखित वाक्यों को भाववाच्य बनाइए –

1.मेरी मित्र चल नहीं सकती.
2.लड़की चारपाई पर बैठी है.
3.बच्चे खेलेंगे.
4.अब पढ़ें.
5.खबर सुनकर वह चल भी नहीं पा रही थी.
6.दादाजी प्रतिदिन पार्क में टहलते हैं.
7.खिलाड़ी दौड़ नहीं सका.
8.चलो, घूमने चलते हैं.
9.मैं इस धूप में चल नहीं सकता.
10.हम लोग क्लास छोड़कर बाहर नहीं आ सकते.
उत्तर –
1.मेरी मित्र से चला नहीं जाता.
2.लड़की से चारपाई पर बैठा जाता है.
3.बच्चों से खेला जाएगा.
4.अब पढ़ा जाएगा.
5.खबर सुनकर उससे चला भी नहीं जा रहा था.
6.दादाजी से प्रतिदिन पार्क में टहला जाता है.
7.खिलाड़ी से दौड़ा नहीं गया.
8.चलो, घूमने चला जाए.
9.मुझसे इस धूप में नहीं चला जाता.
10.हम लोगों से क्लास छोड़कर बाहर नहीं आया जा सका.

Exercise-3

निम्नलिखित वाक्यों को कर्मवाच्य बनाइए –

1.रामलखन पुस्तक पढ़ रहा है.
2.नौकर चारपाई लाया है.
3.लड़का कहां पढ़ रहा है ?
4.संतोष मधुर स्वर में गा रहा है.
5.आदिवासी लोग प्रकृति की पूजा करते हैं.
6.हम ऐसा लेख नहीं पढ़ सकेंगे.
7.जीवन के भाई आगरा के समान लाए हैं.
8.इतना कड़वा फल मैं नहीं खा सकता.
9.भाई साहब ने मुझे पतंग दी.
10.तुलसीदास ने ‘रामचरितमानस’ की रचना की.
11.दादा ने हम सबको पुस्तकें दीं.
12. उन्होंने उछलकर डोर पकड़ ली.
13. हम इतना भार नहीं सह सकते.
14. मैंने समय की पाबंदी पर पत्र लिखा.

उत्तर –

1.रामलखन द्वारा पुस्तक पढ़ी जा रही है.
2.नौकर द्वारा चारपाई लाई गई है.
3.लड़के से कहां पढ़ा जा रहा है ?
4.संतोष द्वारा मधुर स्वर में गाया जा रहा है.
5.आदिवासी लोगों द्वारा प्रकृति की पूजा की जाती है.
6.हमसे ऐसा लेख नहीं पढ़ा जा सकेगा.
7.जीवन के भाई द्वारा आगरा से सामान लाया गया है.
8.इतना कड़वा फल मुझसे नहीं खाया जाता.
9.भाई साहब द्वारा मुझे पतंग दी गई.
10.तुलसीदास द्वारा ‘रामचरितमानस’ की रचना की गई.
11.दादा द्वारा हम सबको पुस्तकें दी गई.
12.उनसे उछलकर डोर पकड़ ली गई.
13.हमसे इतना भार नहीं सहा जाता.
14.मुझसे समय की पाबंदी पर पत्र लिखा गया.

Exercise-4

निम्नलिखित वाक्यों को कर्मवाच्य बनाइए –

1.हलवाई जलेबी बना रहा है.
2.मानसी दिल्ली जा रही है.
3.नौकरानी ने कपड़े धोये.
4.मेरा भाई पतंग उड़ा रहा है.
5.राकेश गीत सुनाएगा.
6.प्रणव ने कविता लिखी.
7.मई महीने में शीला अग्रवाल को कॉलेज वालों ने नोटिस थमा दिया.
8.जिस आदमी ने पहले – पहल आग का आविष्कार किया होगा, वह इतना बड़ा आविष्कर्ता होगा.
9.हालदार साहब ने पान खाया.
10.पान कहीं आगे खा लेंगे.
11.छात्रों ने विद्यालय में पौधे लगाए.
12.प्राचार्य ने छात्रों को पुरस्कार दिए.
13.गांव की स्त्रियां बहू को चुप कराने की कोशिश कर रही हैं.
14.नवाब साहब ने खीरे को धोकर पोंछ लिया.
उत्तर –
1.हलवाई से जलेबी बनाई जा रही हैं.
2.मानसी से दिल्ली जाया जा रहा है.
3.नौकरानी से कपड़े धोए गए.
4.मेरे भाई से पतंग उड़ाई जा रही है.
5.राकेश से गीत सुनाया जाएगा.
6.प्रणव द्वारा कविता लिखी गई.
7.मई महीने में शीला अग्रवाल को कॉलेज वालों द्वारा नोटिस थमा दिया गया.
8.जिस आदमी द्वारा पहले – पहल आग का आविष्कार किया गया होगा, वह कितना बड़ा आविष्कर्ता होगा.
9.हालदार साहब द्वारा पान खाया गया.
10.पान कहीं आगे खा लिया जाएगा.
11.छात्रों द्वारा विद्यालय में पौधे लगाए गए.
12.प्राचार्य द्वारा छात्रों को पुरस्कार दिए गए.
13.गांव की स्त्रियों द्वारा बहू को चुप कराने की कोशिश की जा रही है.
14.नवाब साहब द्वारा खीरे को धोकर पोंछ लिया गया.