Vyavsayik Patra in Hindi – ‘व्यावसायिक पत्र-लेखन’ व्यवसाय से सम्बन्धित, एक व्यवसायी द्वारा दूसरे व्यवसाय को पत्र लिखना अर्थात् माल के सम्बन्ध में पूछताछ करने के लिए लिखा जाता है. We also provide Letter to The Editor in Hindi.
लेखन विधि – व्यवसाय पत्रों को निम्नलिखित चरणों में लिखा जाता है –
1.पत्र के ऊपर बाईं ओर पत्र-लेखक का नाम तथा पता आना चाहिए.
2.उसके नीचे पत्र-लेखन का दिनांक होना चाहिए.
3.उसके नीचे पृष्ठ के बाएं और ‘सेवा में’ लिखा जाता था. अब ‘सेवा में’ लिखने की परंपरा समाप्त हो गई है. अतः अब सीधे पत्र प्राप्त करने वाले का नाम तथा पता अलग-अलग पंक्ति बनाकर लिखना चाहिए. यहां ‘पता’ का आशय है – उसके व्यवसाय का पता. दुकान, कंपनी, फर्म का पता.
4.तत्पश्चात शीर्षक के आकार में पत्र का विषय आना चाहिए.
5.इन पत्रों में ‘महोदय’ या ‘प्रिय महोदय’ संबोधन लिखा जाता है.
6.विषय को सुस्पष्ट संक्षिप्त तथा ‘टू द प्वाइंट’ कितना चाहिए. व्यावसायिक पत्रों में किसी प्रकार की भावना, अनुभूति या संवेदना का स्थान नहीं होता. इसलिए आवश्यक संदेश देकर विशेष समाप्त कर देना चाहिए.
7.यदि आपके संदेश एक से अधिक हों तो उन्हें क्रम से अलग-अलग अनुच्छेदों में लिखना चाहिए.
8.पत्र के अंत में ‘भवदीय’ के साथ पत्र-लेखक का पूरा नाम आना चाहिए.
किसी प्रकाशक से पुस्तक मंगवाने के लिए एक व्यवसायिक पत्र लिखो.
राजकीय उच्च विद्यालय
रेलवे मार्ग
जोधपुर
दिनांक : 6.3.2021
प्रबंधक
लक्ष्मी पब्लिकेशन प्रा. लि.
दरियागंज
नई दिल्ली
विषय : पुस्तकों की खरीद
महोदय
कृपया निम्नलिखित पुस्तकें बी.पी.पी द्वारा यथाशीघ्र भेजें. 500 रु. का अग्रिम ड्राफ्ट प्राप्त करें. ध्यान रखें, पुस्तकों पर छूट की राशि पहले तय की गई शर्तों के अनुसार कांटे. सभी पुस्तकें नवीन संस्करण की होनी चाहिए. कटी-फटी या पुरानी पुस्तकें आपके खर्चे पर वापस भेज दी जाएगी.
पुस्तक सूची
क्रम संख्या | पुस्तक का नाम | लेखक का नाम | प्रतियां |
1 | नवयुग हिंदी व्याकरण | अशोक बत्रा | 20 |
2 | 101 श्रेष्ठ निबंध | अशोक बत्रा | 25 |
3 | आधुनिक हिंदी व्याकरण | अशोक बत्रा | 15 |
4 | रामचरितमानस | तुलसीदास | 5 |
5 | गोदान | मुंशी प्रेमचंद्र | 12 |
6 | अजातशत्रु | जयशंकर प्रसाद | 5 |
7 | सारा आकाश | राजेंद्र यादव | 6 |
धन्यवाद !
भवदीय
महेंद्र भटनागर
(प्राचार्य)
Vyavsayik Patra in Hindi
कुछ समय पूर्व आपने एक टेलीविजन खरीदा है, जो अनेक कमियों के कारण आपके लिए समस्या बना हुआ है. अपनी इस समस्या की जानकारी देते हुए विक्रेता के नाम पत्र लिखिए. जहां से आपने यह खरीदा था.
राजेंद्र व्यास
332, आदर्श नगर
जयपुर
दिनांक : मार्च 16, 2021
सेवा में
श्रीमान शर्मा इलेक्ट्रॉनिक्स
बड़ा बाजार
जयपुर
महोदय
मैंने आपकी दुकान से गत वर्ष 15.11.2020 को ओनिडा का रंगीन टेलीविजन खरीदा था, जिसके बिल की प्रति साथ में संलग्न है. यह टेलीविजन शुरू से ही खराब होता रहा है. इसका संचालन रिमोट से नहीं हो पाता. इसलिए हमें वटनों से काम लेना पड़ता है. एकाध चैनल को छोड़कर शेष सभी चैनल धुंधले या गड़बड़ नजर आते हैं. यह बीच-बीच में झपकियाँ मारता है. हम आपको दो बार पहले भी शिकायत कर चुके हैं. आपका मकैनिक दो-तीन दिन का जुगाड़ कर जाता है. उसके बाद यह फिर से अपनी आदते दोहरानें लगता है.
मेरा आपसे निवेदन है कि इस टेलीविजन सेट को बदल कर दूसरा ठीक सेट दे दें. अन्यथा इसकी स्थायी मरम्मत करें.
धन्यवाद !
भवदीय
राजेंद्र व्यास