NCERT Solutions for Class 10 Hindi Kshitij Chapter 10 नेताजी का चश्मा

By | June 3, 2022
NCERT Solutions for Class 10 Hindi Kshitij Chapter 10 नेताजी का चश्मा

NCERT Solutions for Class 10 Hindi Kshitij Chapter 10 नेताजी का चश्मा यहाँ सरल शब्दों में दिया जा रहा है.  Netaji Ka Chashma Chapter Question Answer को आसानी से समझ में आने के लिए हमने प्रश्नों के उत्तरों को इस प्रकार लिखा है की कम से कम शब्दों में अधिक से अधिक बात कही जा सके.

NCERT Solutions for Class 10 Hindi Kshitij Chapter 10 नेताजी का चश्मा

प्रश्नअभ्यास

प्रश्न 1. सेनानी न होते हुए भी चश्मेवाले को लोग कैप्टन क्यों कहते थे?

उत्तर: सेनानी न होते हुए भी लोग चश्मेवाले को कैप्टन इसलिए कहते थे, क्योंकि— कैप्टन चश्मेवाले में नेताजी के प्रति अगाध लगाव एवं श्रद्धा भाव था। वह शहीदों एवं देशभक्तों के अलावा अपने देश से उसी तरह लगाव रखता था जैसा कि फौजी व्यक्ति रखते हैं। उसमें देश प्रेम एवं देश भक्ति का भाव कूट-कूट कर भरा था। वह नेता जी की मूर्ति को बिना चश्मे के देखकर दुखी होता था।

प्रश्न 2. हालदार साहब ने ड्राइवर को पहले चौराहे पर गाड़ी रोकने के लिए मना किया था लेकिन बाद में तुरंत रोकने को कहा

() हालदार साहब पहले मायूस क्यों हो गए थे?

() मूर्ति पर सरकंडे का चश्मा क्या उम्मीद जगाता है?

() हालदार साहब इतनीसी बात पर भावुक क्यों हो उठे?

उत्तर🙁) हालदार साहब पहले मायूस हो गए थे क्योंकि वे चौराहे पर लगी सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति को बिना चश्मे के नहीं देख सकते थे। मूर्ति पर किसी ने भी चश्मा नहीं लगाया था इसलिए हालदार साहब जब कस्बे से निकलने लगे तो उन्होंने ड्राइवर को चौराहे पर गाड़ी रोकने के लिए मना कर दिया था।

() मूर्ति पर लगा सरकंडे का चश्मा यह उम्मीद जगाता है कि यह धरती देशभक्ति से शून्य नहीं हुई है। एक कैप्टन नहीं रहा, तो अन्य लोग उस दायित्व को सँभालने के लिए तैयार हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि सरकंडे का चश्मा किसी गरीब बच्चे ने बनाया है। अतः उम्मीद है कि ये बच्चे गरीबी के बावजूद भी देश को ऊपर उठाने का प्रयास करते रहेंगे।

(ग) हालदार साहब ने पान खाने के लिए चौराहे पर न रुकने का फैसला किया लेकिन जब हालदार साहब का ध्यान मूर्ति की तरफ जाता है तब वह देखते हैं कि मूर्ति पर सरकंडे का चश्मा लगा हुआ है। हालदार साहब को यह समझते देर न लगी कि यह चश्मा बच्चों ने लगाया है। बच्चों के हृदय में देशभक्ति जानकर हालदार साहब भावुक हो गए।

We hope you are enjoying the NCERT Solutions for Class 10 Hindi Kshitij Chapter 10नेताजी का चश्मा

3. आशय स्पष्ट कीजिए।

बारबार सोचते, क्या होगा उस कौम का जो अपने देश के खातिर घ२ – गृहस्थी – जवानी – जिन्दगी सब कुछ होम देनेवालों पर भी हँसती है और अपने लिए बिकने के मौके ढूँढ़ती है।”

उत्तरआम आदमी अपनी रोजमर्रा के जीवन में इतना उलझ जाता है कि उसे अन्य किसी बात की सुध नहीं रहती। हम अपनी जिंदगी में इतने मशगूल हो जाते हैं कि अपने देश पर अपना पूरा जीवन न्योछावर करने वालों को भी भूल जाते हैं। यह अच्छी बात नहीं है। सच्चा और अच्छा देश वही बनता है जहाँ के लोग अपने हीरो को याद रखने की सार्थक कोशिश करते हैं।

4. पानवाले का एक रेखाचित्र प्रस्तुत कीजिए।

उत्तरपानवाला एक मोटा और काला आदमी था। वह बहुत ही खुशमिजाज आदमी था। उसकी काली हो चुकी दंतपंक्ति यह बताती थी कि पान खाने का उसका पुराना शौक था। हँसोड़ होने के साथ ही वह भावुक इंसान भी था। उसे अपने आस पास होने वाली घटनाओं के बारे में पता रहता था।

5. “वो लँगड़ा क्या जाएगा फौज मे, पागल है पागल।” कैप्टन के प्रति पानवाले की इस टिप्पणी पर अपनी प्रतिक्रिया लिखिए।

उत्तर-कैप्टन के प्रति पानवाले की टिप्पणी उसके संकीर्ण सोच को प्रकट करती है। कैप्टन जो सहानुभूति एवं सम्मान का पात्र था उसी का इस तरह उपहास करना उचित नहीं है। वह अपनी छोटी-सी दुकान से देशभक्त सुभाष की मूर्ति पर चश्मा लगाकर उनके प्रति श्रद्धा प्रकट करता था। कैप्टन शारीरिक रूप से अपंग और मरियल होते हुए भी देशभक्ति की भावना रखता था। अतः पानवाले की उक्त टिप्पणी निंदनीय है।

This content has been designed by the experts keeping in mind the exam score.  Go through NCERT Solutions for Class 10 Hindi Kshitij Chapter 10 नेताजी का चश्मा and add highest value to your studies.

रचना और अभिव्यक्ति

6. निम्नलिखित वाक्य पात्रो की कौनसी विशेषता की ओर संकेत करते हैं

() हालदार साहब हमेशा चौराहे पर रुकते और नेताजी को निहारते।

() पानवाला उदास हो गया। उसने पीछे मुड़कर मुंह का पान नीचे थूका और सिर झुकाकर अपनी धोती के सिरे से आँखे पोंछता हुआ बोलासाहब! कैप्टन मर गया।

() कैप्टन बारबार मूर्ति पर चश्मा लगा देता था।

उत्तर– () हालदार साहब के अंदर छिपी देशप्रेम की भावना झलकती है।

() पानवाले की संवेदनशीलता और देशप्रेम की भावना का पता चलता है।

() कैप्टन के दिल मे देश का सबसे ऊँचा स्थान था तथा उसके दिल मे देशप्रेमियो के लिए भी इज्जत कूटकूट कर भरी थी।

7. जब तक हालदार साहब ने कैप्टन को साक्षात् देखा नही था तब तक उनके मानस फ्ल पर उसका कौनसा चित्र रहा होगा, अपनी कल्पना से लिखिए।

उत्तर हालदार साहब कैप्टन को देखने से पहले समझ रहे होंगे कि कैप्टन प्रभावशाली व्यक्तित्व का स्वामी होगा जिसमें सुभाष की आजाद-हिंद-फौज के सिपाही जैसी अनुशासित छवि होगी। शारीरिक रूप से बलिष्ट होगा और उसके प्रति लोगों में विशेष सम्मान होगा। समाज में अवश्य ही उसकी अलग पहचान होगी जो सबके द्वारा सराहनीय होगी। इस तरह हालदार साहब के मानस पटल पर ऐसे ही सैनिक व्यक्तित्व की छवि विराजमान रही होगी।

8. कस्बो, शहरो, महानगरों के चौराहो पर किसी न किसी क्षेत्र के प्रसिद्ध व्यक्ति की मूर्ति लगाने का प्रचलन सा हो गया है

() इस तरह की मूर्ति लगाने के क्या 3द्देश्य हो सकते है?

() आप अपने इलाके के चौराहे पर किसकी मूर्ति लगवाना चाहेंगे और क्यों ?

() उस मूर्ति के प्रति आपके व दूसरे लोगो के क्या उत्तरदायित्व होने चाहिए ?

उत्तर– () इस तरह की मूर्ति लगाने का प्रमुख उद्देश्य यह होता है कि उक्त महान व्यक्ति की स्मृति हमारे मन में बनी रहे। हमें यह स्मरण रहे कि उस महापुरूष ने देश व समाज के हित के लिए किस तरह के महान कार्य किये| उसके व्यक्तित्व से प्रेरणा लेकर हम भी अच्छे कार्य करें, जिससे समाज व राष्ट्र का भला हो

() हम अपने इलाके के चौराहे पर महात्मा गांधी की मूर्ति स्थापित करवाना चाहेंगे। इसका कारण यह है कि आज के परिवेश में जिस प्रकार से हिंसा, झूठ, स्वार्थ, वैमनस्य, साम्प्रदायिकता, भ्रष्टाचार आदि बुराइयाँ व्याप्त होती जा रही हैं, उसमें गांधीजी के आदर्शों की प्रासंगिकता और भी बढ़ गयी है। गांधीजी की मूर्ति स्थापित होने से लोगों के अंदर सत्य, अहिंसा, सदाचार, साम्प्रदायिक सौहार्द आदि की भावनाएं उत्पन्न होंगी। इससे समाज व देश का वातावरण अच्छा बनेगा

() उस मूर्ति के प्रति हमारा यह उत्तरदायित्तव होगा कि हम उस मूर्ति की गरिमा को बनाए रखे व उसको कोई क्षति न पहुँचाए तथा उस महापुरुष के गुणो को अपने आचरण मे शामिल करें।

भाषा – अध्ययन

1. निम्नलिखित वाक्यों से निपात छाँटिए और उनसे नए वाक्य बनाइए –

() नगरपालिका थी तो कुछ न कुछ करती भी रहती थी।

() किसी स्थानीय कलाकार को ही अवसर देने का निर्णय किया गया होगा।

() यानी चश्मा तो था लेकिन संगमरमर का नहीं था।

() हालदार साहब अब भी नहीं समझ पाए।

() दो साल तक हालदार साहब अपने काम के सिलसिले में उस कस्बे से गुजरते रहे।

उत्तर– () कुछ न कुछ –हमे हमेशा कुछ न कुछ काम करते रहना चाहिए।

() को हीमेहनत करने वाले को ही सफलता मिलती है।

() तो था मै वहाँ गया तो था मगर मुझे वहाँ कोई मिला नहीं।

() अब भी तुम अब भी पढ़ने नहीं बैठे।

() में बारिश में चाय पीने का मजा ही अलग है।

2. निम्नलिखित वाक्यों को कर्मवाच्य मे बदलिए –

1) पानवाला नया पान खा २हा था।

2) पानवाले ने साफ बता दिया था।

3) ड्राइवर ने जो२ से ब्रेक मारे।

4) नेताजी ने देश के लिए अपना सबकुछ त्याग दिया।

उत्तर– 1)पानवाले से नया पान खाया जा २हा था।

2)पानवाले द्वारा साफ़ बता दिया गया था।

3)ड्राइवर द्वारा जोर से ब्रेक मारा गया।

4)नेताजी द्वारा देश के लिए अपना सबकुछ त्याग दिया गया।

3. नीचे दिए वाक्यों को भाववाच्य मे बदलिए।

() माँ बैठ नहीं सकती।

() मैं देख नहीं सकती।

() चलो, अब सोते है।

() माँ रो भी नहीं सकती।

उत्तर– () माँ से बैठा नहीं जाता।

() मुझसे देखा नहीं जाता।

() चलो, अब सोया जाए।

() माँ से रोया भी नहीं जाता।