Anopcharik Patra Lekhan Examples अनौपचारिक पत्र उदाहरण | Sample | नमूने

By | June 21, 2021
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इस पोस्ट में हम बात करेंगे अनौपचारिक पत्र लेखन की. Patra Lekhan in Hindi Topics से लेकर अन्य कई ऐसी चीज़ें हैं जिन्हें छात्रो को जानना बेहद ज़ुरूरी है. हमारा मानना है कि आप Anopcharik Patra Lekhan Examples के माध्यम से ही बहुत कुछ समझ सकते हैं. इसीलिए इस पोस्ट में हम पत्रलेखनकेउदाहरण (patra lekhan udaharan) प्रस्तुत करने जा रहे हैं जिसे आप इन्टरनेट पर patra lekhan sample के नाम से सर्च करते हैं.

Example of Patra Lekhan in Hindi बधाई पत्र

सहेली की बड़ी बहन का दाखिला मेडिकल में हो गया है | इस सफलता के सन्दर्भ में बधाई पत्र |

परीक्षा भवन

नई दिल्ली

दिनांक : 20 जनवरी , 20xx

प्रिय रागिनी

सस्नेह नमस्ते !

कल तुम्हारे पत्र से जब यह समाचार मिला कि तुम्हारी बड़ी दीदी का दाखिला लखनऊ मेडिकल कालिज में हो गया है तो तुम्हारे घर में भी प्रसन्नता का माहौल छा गया | अनीता दीदी तो शुरू से ही बहुत मेहनती थीं | पढ़ाई के अलावा और कुछ उनको रुचता ही न था | उनकी मेहनत रंग लाई और उनका भविष्य सुरक्षित हो गया | मेरी ओर से तथा मेरे परिवार के सभी सदस्यों की ओर से अनीता दीदी को बहुत – बहुत बधाइयाँ |

अनीता दीदी के इस शुभ समाचार से मेरी बड़ी दीदी को भी बहुत प्रेरणा मिली है | वे भी अगले साल मेडिकल की प्रवेश परीक्षा में बैठेंगी | उन्होंने भी संकल्प लिया है कि अनीता दीदी की तरह वे भी परिश्रम करेंगी | देखो क्या होता है ? शेष सब सामान्य है | अपने मम्मी – पापा और अनीता दीदी को मेरी ओर से प्रणाम निवेदित करना | शेष कुशल है | पत्र लिखती रहना |

तुम्हारी प्रिय सखी

क० ख० ग०

Note- हम आपको बता दें कि इस पोस्ट में दिए हुए सभी पत्र आप Patra Lekhan in Hindi Class 9 में भी प्रयोग में ला सकते हैं.

Anopcharik Patra- अभिनव शर्मा को दिल्ली कॉलेज आफ़ इंजीनियरिंग में प्रवेश पाने में मिली सफलता पर निखिल गुप्ता की ओर से बधाई पत्र |

परीक्षा भवन

नई दिल्ली

दिनांक : 15 अप्रैल , 20xx

प्रिय अभिनव

सस्नेह नमस्ते !

कल मुझे तुम्हारे भाई ने फ़ोन पर बताया था कि तुम्हारा प्रवेश दिल्ली कॉलेज आफ़ इंजीनियरिंग में हो गया है | मैं तुमसे पहले ही कहता था कि जिस तरह का परिश्रम तुम कर रहे हो , सफलता तुम्हारे कदम जरूर चूमेगी | मुझे मालूम है कि घर पर सभी लोग इस बात से बहुत खुश होंगे | मेरी खुशी का भी कोई ठिकाना नहीं है | मेरी तो यही कामना है कि अपने जीवन – पथ पर तुम इसी तरह से आगे बढ़ते रहो |

अंत में पुनः मेरी ओर से तथा मेरे माता – पिता की ओर से बधाई स्वीकार करो |

पत्रोत्तर की प्रतीक्षा में |

तुम्हारा

निखिल गुप्ता

निमंत्रण पत्र- Nimantran Patra Example in Hindi

बड़े भाई के विवाह का निमंत्रण देते हुए अपने मित्र को पत्र |

परीक्षा भवन

उज्जैन

दिनांक : 18 अक्टूवर , 20xx

प्रिय सुमित

सस्नेह नमस्ते !

तुन्हें यह जानकर प्रसन्नता होगी कि मेरे बड़े भाई का विवाह 16 नवम्वर 20xx को होना निश्चित हुआ है | तुम्हे यह तो मैं अपने पिछले पत्र में बता ही चुका हूँ कि मेरे बड़े भैया ने पिछले साल ‘कंप्यूटर इंजीनियरिंग’ का कोर्स पूरा कर लिया था और तभी से वे बेंगलूर की एक आई०टी० कंपनी में नौकरी कर रहे थे | मेरी होनेवाली भाभी बेंगलूर के कॉलेज में लेक्चरर हैं |

इस विवाह में तुम्हें और तुम्हारे परिवार के सभी लोगों को अवश्य शामिल होना है | मेरे मम्मी – पापा भी निवेदन कर रहे हैं कि आप सब लोग विवाह में अवश्य उपस्थित हों |

अपने मम्मी – पापा से मेरी ओर से कहना कि अभी से आरक्षण करा लें , जिससे उस समय कठिनाई न हो | तुम तो जानते ही हो कि हमारे घर की यह पहली शादी है | शादी के अवसर पर बहुत से काम होंगे | मुझे आशा है कि तुम एक – दो दिन पहले आ जाओगे और काम में मेरा हाथ बटाओगे | शेष सब आनंद है |

पत्र के उत्तर की प्रतीक्षा में |

तुम्हारा मित्र

क० ख० ग०

Patra Lekhan Hindi Mein अपना एक विशेष स्थान रखते हैं. आप इस पोस्ट पर बने रहिये तथा ये पत्र लेखन के नमूने आपको एक अच्छा पत्र लेखक बना सकते हैं.

ग्रीष्मावकाश में शिमला बुलाने के लिए शिमला के मित्र द्वारा दिल्ली के मित्र को निमंत्रण पत्र |

परीक्षा भवन

शिमला

दिनांक : 20 मई , 20xx

प्रिय मित्र कुमार

सस्नेह नमस्ते !

आशा है तुम सकुशल हो | आजकल टेलीविजन पर दिखाया जा रहा है कि दिल्ली में भयंकर गर्मी पड़नी प्रारंभ हो गई है और बच्चे बीमार न पड़े , इसलिए सरकार ने मई के पहले सप्ताह से ही सारे स्कूलों को बंद किये जाने का आदेश दे दिया है |

तुम्हारा भी ग्रीष्मावकाश प्रारंभ हो गया होगा | तुमने अपना क्या कार्यक्रम बनाया है ? यदि अभी तक तुमने अपने मम्मी – पापा के साथ कोई कार्यक्रम नहीं बनाया है तो अच्छा होगा कि शिमला आने का कार्यक्रम बना लो | हमारे यहाँ ऊपरी मंजिल पर जो किराएदार रहते थे , वे खाली कर गये हैं | ऊपर के दोनों कमरें खाली हैं | मैंने अपने मम्मी – पापा से बात कर ली है | वे भी तुम्हे और तुम्हारे माता – पिता को यहाँ आने के लिए आमंत्रित करते हैं | तुम यहाँ आओगे तो मैं तुम्हे शिमला के सभी दर्शनीय स्थलों पर घुमाने ले जाऊँगा | एक – दो दिन के लिए हम लोग कुफरी भी चलेंगे | तुम्हें बहुत मजा आएगा | अपने माता – पिता से बात करके कार्यक्रम की सूचना देना | तुम्हारे पत्र की प्रतीक्षा रहेगी | सब लोगों को मेरा प्रणाम निवेदित करना |

शेष कुशल है |

तुम्हारा मित्र

क० ख० ग०

शुभकामना पत्र Example of Patra Lekhan in Hindi

आपके बड़े भाई डाक्टर बनना चाहते हैं | ‘मेडिकल प्रवेश परीक्षाकी तैयारी में लगे हैं | वे परीक्षा उत्तीर्ण हों , ऐसी शुभकामना व्यक्त करते हुए उनको पत्र |

परीक्षा भवन

इंदौर

दिनांक : 15 अप्रैल , 20xx

आदरणीय बड़े भैया

सादर प्रणाम !

आशा है कि आप स्वस्थ होंगे तथा इन दिनों मेडिकल की प्रवेश परीक्षा की तैयारियों में पूरी तरह से लगे होंगे | बड़े भैया , आप तो स्वयं समझदार हैं , मैं आपको क्या लिखूँ ? पर फिर भी आप तो जानते ही हैं कि माँ और पिता जी की आशाएँ आपसे जुड़ी हुई हैं | इन दिनों आप अपने होस्टल में अकेले ही होंगे और पढ़ाई में लगे होंगे | पिता जी कह रहे थे कि आपको किसी अच्छे कोचिंग सेंटर में प्रवेश ले लेना चाहिए | वे लोग प्रवेश परीक्षाओं की अच्छी तैयारी कराते हैं |

मुझे विश्वास है कि ईश्वर आपको अवश्य सफलता देगा और आपका दाखिला किसी अच्छे ‘मेडिकल कॉलेज’ में होगा | आशा है अपने छोटे भाई की शुभकामनाओं को स्वीकार करेंगे तथा प्रवेश लेने के बाद कुछ दिनों के लिए घर लौटेंगे |

शुभकामनाओं सहित

आपका छोटा भाई

क० ख० ग०

Note- हम आपको बता दें कि इस पोस्ट में दिए हुए सभी पत्र आप Patra Lekhan in Hindi Class 9 में भी प्रयोग में ला सकते हैं.

सहेली को ईद की शुभकामना देते हुए पत्र | 

परीक्षा भवन

नई दिल्ली

दिनांक : 28 अगस्त , 20xx

प्रिय हमीद

सस्नेह नमस्ते !

बहुत दिनों से न तो तुमने कोई फोन किया और न ही कोई पत्र भेजा | क्या बात है , सब खैरियत तो है ? इन दिनों रमजान का महीना चल रहा है और जल्दी ही ‘ईद’ आनेवाली है | मैं जानती हूँ , तुम इन दिनों रोज ‘रोजा’ रख रही होगी | शायद इसीलिये तुम मुझे भी भूल गई हो | मुझे पिछले साल की ‘ईद’ की याद आ रही है | पिछले साल ‘ईद’ पर मै तुम्हारे साथ थी | कितना मजा आया था | तुम्हारी अम्मी ने जो सेवइयाँ बनाई थीं , उनका स्वाद मैं आज भी नहीं भूली | इस साल तो मैं तुम्हारे पास नहीं आ सकती | पर तुम्हें मीठी – मीठी शुभकामनाएँ जरूर भेज रही हूँ , जिससे कि मेरी शुभकामनाएँ तुम्हारे जीवन में मिठास भर दें |

अपने घर के सभी लोगों को मेरी और मेरे परिवार की ओर से ‘ईद’ की शुभकामनाएँ देना | फुर्सत मिले तो पत्र लिखना और फोन भी करना |

शुभकामनाओं के साथ |

तुम्हारी अपनी

क० ख० ग०

Example of Unaupcharik Patra Lekhan in Hindi आभार – प्रदर्शन पत्र

मोहसिन ने अपने बड़े भाई के द्बारा आपका खोया हुआ बैग भिजवा दिया है | इसके उपलक्ष्य में आभार प्रदर्शन करते हुए पत्र |

परीक्षा भवन

नई दिल्ली

दिनांक : 15 जनवरी, 20xx

प्रिय मोहसिन

सप्रेम नमस्ते !

यद्यपि मेरी तुमसे मुलाक़ात नही है तथापि तुम्हारी ईमानदारी को देखते हुए यह कल्पना कर सकता हूँ कि तुम किस प्रकार के बच्चे होगे | आज की दुनिया में कहाँ कोई किसी के लिए इतनी तकलीफ उठाता है ? मेरा बैग बस में रह गया था , इस बात को लेकर मै बहुत परेशान था | यह तो अच्छा हुआ कि बैग तुम्हे मिला | तुमने उसमें से मेरी डायरी निकालकर मेरा पता खोज निकाला और अपने बड़े भाई के हाथों मेरे घर पर भिजवा दिया |

मैं किन शब्दों में तुम्हारा शुक्रिया अदा करूँ | अब तो मेरा दिल तुमसे मिलने के लिए बेचैन है मेरा फोन नम्बर xxxxxxxxxx है | पत्र मिलते ही तुम मुझे फोन पर बताना कि मैं तुमसे मिलने कहाँ और कब आ सकता हूँ |

अतः में मैं तुम्हें तथा तुम्हारे बड़े भाई के प्रति ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूँ और तुम्हें विश्वास दिलाता हूँ कि यदि कभी मेरे सामने ऐसी स्थिति आई तो मै भी दूसरों की मदद करने में कोई कसर नहीं छोडूंगा |

पुनः बहुत – बहुत धन्यवाद |

तुम्हारा नया मित्र

क० ख० ग०

Patra Lekhan Namuna Hindi

जन्मदिन पर मित्र द्वारा भेजे गये उपहार के लिए उसका आभार प्रकट करते हुए पत्र |

परीक्षा भवन

नई दिल्ली

दिनांक : 14 मार्च 20xx

प्रिय प्रमोद

सप्रेम नमस्कार !

कल मेरा जन्मदिवस था | मेरे सारे दोस्त इकठ्ठे हुए | सबने बहुत मौज – मस्ती की | बस कमी रह गई तो केवल तुम्हारी | अंतिम क्षण तक सब लोग तुम्हारा इंतजार करते रहे | सबको लग रहा था कि तुम कहीं ट्रेफिक में फँस गये हो | लेकिन बहुत इंतजार के बाद जब तुम्हारा ड्राइवर तुम्हारा पत्र तथा सुंदर उपहार लेकर आया तब पता चला कि अचानक अस्वस्थ हो जाने के कारण तुम नहीं आ पाए |

उपहार में तुमने जो इतना सुंदर ‘पेन – सेट’ भेजा है , वह मेरे लिए बहुत कीमती है | मैं तुम्हें विश्वास दिलाता हूँ कि इसका इस्तेमाल करके मैं अपने जीवन में उन्नति के शिखर पर पहुँच कर दिखाउँगा |

मैं पुनः ह्रदय से तुम्हारा आभार व्यक्त करता हूँ और आशा करता हूँ कि स्वस्थ होते ही तुम मिठाई खाने अवश्य आओगे |

अपने मम्मी पापा को मेरा प्रणाम निवेदित करना |

तुम्हारा अभिन्न मित्र

क० ख० ग०

निवेदन पत्र- Example of Patra Lekhan in Hindi

कल्पना कीजिए कि आप छात्रावास में रहते हैं | आपको परीक्षा फ़ार्म भरना पड़ा और परीक्षा शुल्क जमा करने के लिए आपको अपने किसी साथी से रूपए उधार लेने पड़े | अब उस साथी के रूपए वापस करने हैं | अतः अपने पिता जी या माता जी से रूपए मँगवाने के लिए पत्र |

अ० ब० स० छात्रावास

दार्जिलिंग

दिनांक : 2 फरवरी , 20xx

पूज्य पिता जी

सादर चरणस्पर्श !

मैं यहाँ कुशलपूर्वक हूँ और आशा करता हूँ कि आप लोग  भी सकुशल होंगे | पिता जी , मैं आपको यह बताना भूल गया था कि इसी माह परीक्षा के फ़ार्म भरे जाने थे तथा फ़ार्म के साथ ही ‘परीक्षा शुल्क’ भी जमा कराना था | आपने गतमाह मेरे खाते में जो रूपए ट्रांसफर किये थे , वे छात्रावास शुल्क , पुस्तकें आदि खरीदने में समाप्त हो गये थे | ऐसे में मेरे साथी हिमांशु ने मेरी बहुत मदद की | उसने अपने साथ – साथ मेरी फीस भी जमा करवा दी है | अब मुझे उसके रूपए तो वापस करने ही हैं , साथ ही इस महीने के अन्य खर्चों के लिए भी कुछ रुपयों की आवश्यकता होगी | मेरा आपसे विनम्र निवेदन है कि आप यथाशीघ्र मेरे खाते में लगभग दो हजार रूपए जमा करवाने की क्रपा करें तत्पश्चात मुझे , फोन पर सूचित भी करें |

आदरणीय पिता जी को चरण स्पर्श |

आपका बेटा

क० ख० ग०

Patra Lekhan Namuna Hindi

विज्ञान और सामाजिक विज्ञान की पुस्तकें खरीदने हेतु रूपए मँगवाने के लिए पिता जी को पत्र |

अ० ब० स० छात्रावास

नई दिल्ली

दिनांक : 15 नवंबर , 20xx

पूज्य पिता जी

सादर चरणस्पर्श !

मैं यहाँ कुशल से हूँ तथा आशा करता हूँ कि आप लोग भी सकुशल होंगे | मेरी पढ़ाई ठीक चल रही है | मै पढ़ाई के अलावा खेल – कूद संबंधी कार्यक्रमों में भी भाग ले रहा हूँ | परन्तु आपको विश्वास दिलाना चाहता हूँ कि खेल – कूद में भाग लेने के कारण मेरी पढ़ाई बिल्कुल बाधित नही होगी |

आपने गत माह जो रुपये मेरे खाते में ट्रांसफर किये थे , वे सब विद्यालय शुल्क , छात्रावास शुल्क आदि में व्यय हो गये हैं | विज्ञान तथा सामाजिक विज्ञान के हमारे अध्यापकों ने पाठ्यपुस्तकों के अलावा कुछ अतिरिक्त पुस्तकों को खरीदने के निर्देश दिए हैं | इन पुस्तकों के लिए कुछ रुपयों की आवश्यकता होगी |

आपसे अनुरोध है कि यथाशीघ्र एक हजार रूपए मेरे खाते में ट्रांसफर करने की कृपा करें |

आदरणीय माँ को चरणस्पर्श |

आपका बेटा

क० ख० ग०

अनुमति पत्र Example of Anaupcharik Patra Lekhan in Hindi

कल्पना कीजिए कि आप छात्रावास में रहते हैं | ग्रीष्मावकाश होने वाला है और मित्र के साथ छात्रावास से ग्रीष्मावकाश में उसके घर नैनीताल जाने के लिए माँ को अनुमति पत्र |

अ० ब० स० छात्रावास

हलद्वानी

दिनांक : 10 मई , 20xx

श्रदधेय माँ

सादर प्रणाम !

मैं यहाँ ठीक हूँ | परीक्षा का परिणाम आ गया है और मैंने बहुत अच्छे अंक प्राप्त किये हैं | यह मै आपको फोन पर पहले बता चुका हूँ | माँ 25 मई से ग्रीष्मावकाश प्रारंभ होने जा रहा है | ग्रीष्मावकाश में स्कूल की ओर से सभी बच्चों को एक प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए कहा गया है | मैंने अपने प्रोजेक्ट का विषय लिया है – ‘मानव जीवन में पर्वतों का महत्त्व’ | मैं सोच ही रहा था कि मैंने तो कभी पहाड़ देखे तक नहीं , फिर मैं केवल किताबों से पढ़कर इस प्रोजेक्ट को पूरा कैसे करूँगा ?

पर मेरी खुशी का तब ठिकाना नही रहा , जब कल मेरे सबसे अच्छे दोस्त सुमन ने मुझे अपने घर नैनीताल चलने का निमंत्रण दिया | माँ , वह चाहता है कि इन छुट्टियों में मैं उसके साथ चलूँ | वह बहुत अच्छा लड़का है | उसके पिता जी नैनीताल के कलेक्टर हैं | उसके यहाँ रहने की भी कोई असुविधा नही होगी | उसको लेने कार लेकर ड्राइवर आएगा |यदि आपकी अनुमति हो तो मै भी दो सप्ताह के लिए उसके साथ नैनीताल चला जाऊँ| उसने मुझसे यह भी वायदा किया किया है कि उसके पिता जी मुझे अपनी कार से ही वापस भिजवा देंगे | माँ , मुझे विश्वास है कि आप मेरी इच्छाओं का ध्यान रखते हुए , मुझे सुमन के साथ जाने की अनुमति प्रदान करेंगी | आपकी स्वीकृति की प्रतीक्षा में |

आपका प्यारा पुत्र

क० ख० ग०

Patra Lekhan Examples – संवेदना / सहानुभूति / सांत्वना पत्र

सहेली के दादा जी के आकस्मिक निधन का समाचार सुनकर सहेली को सांत्वना देते हुए एक पत्र |

परीक्षा भवन

लखनऊ

दिनांक : 21 अप्रैल , 20xx

प्रिय नीरू

सप्रेम वंदे !

मैं दो – तीन दिन से अपने मामा जी के बेटे के शादी में कानपुर गई थी | वहाँ से आने के बाद जब कल स्कूल गई और तुम्हें क्लास में नही देखा तो मुझे तुम्हारे बारे में चिंता हुई | मैंने जब क्लास की दूसरी लड़कियों से पूछा तो पता चला कि दो दिन पहले तुम्हारे दादा जी का आकस्मिक निधन हो गया था जिसके कारण तुम स्कूल नहीं आ रही हो | नीरू ! तुम्हारे दादा जी तो एक मिसाल थे | मैं जब भी उनसे मिलती थी , वे मुझमें और तुममें कभी भी कोई फर्क ही नही करते थे | उनके स्वर्गवास की खबर ने मुझे हिलाकर रख दिया है |

मैं समझ सकती हूँ कि तुम्हे कितना बड़ा धक्का लगा होगा | पिछली बार जब मैं उनसे मिली थी तो वे हम दोनों को नित्य प्राणायाम करने की प्रेरणा दे रहे थे |

नीरू , दादा जी तो अब वापस नही आ सकते | यदि तुम उनकी बताई हुई बातों और शिक्षा को अपने जीवन में उतार पाओगी तो यही उनके प्रति सबसे बड़ी श्रद्धांजली होगी | मै ईश्वर से प्रार्थना करती हूँ कि वह तुम्हारे परिवार को उनका बिछोह सहने की शक्ति प्रदान करे तथा आदरणीय दादा जी की आत्मा को शान्ति प्रदान करे |

जब भी कोई आवश्यकता हो मुझे फोन करना , मुझे तुम हमेशा अपने साथ पाओगी |

तुम्हारी सखी

क० ख० ग०

इस पोस्ट में दिए हुए सभी अनौपचारिक पत्र के नमूने विशेष तौर पर कक्षा नवीं तथा दसवीं के लिए तैयार किये गये हैं. आइये इनको ध्यान से पढ़ें तथा सिखाई हुई बातों को ध्यान रखें.

मित्र के घर चोरी की खबर सुनकर मित्र को सांत्वना पत्र |

परीक्षा भवन

नई दिल्ली

दिनांक : 15 अक्तूबर , 20xx

प्रिय अब्दुल

सस्नेह नमस्ते !

कल ही मुझे करीम ने बताया कि पिछले सप्ताह तुम्हारे घर में चोरी हो गई थी और चोर घर का सारा सामान ले गये | यह समाचार सुनकर मुझे बहुत अफ़सोस हुआ | मुझे मालूम है कि तुम्हारे अब्बा ने दिन – रात मेहनत करके घर का सामान कितनी मुश्किल से जुटाया था | पर ऊपरवाले की मर्जी के आगे किसकी चलती है | जिस दिन चोरी हुई थी , उस दिन तुम्हारे घर के लोग कहाँ गये थे ? पुलिस में तो रिपोर्ट लिखा दी होगी | फिर भी तुम्हें यह बताना चाहता हूँ कि पंद्रह दिन पहले मेरे मामा जी का ट्रांसफर तुम्हारे शहर में ही हुआ है | वे वहाँ के एस० पी० हैं | मैं अपने पिता जी से उनको फोन करूँगा | तुम अपने पिता जी से कहना कि वे उनसे जाकर अवश्य मिल लें | वे तुम्हारी हर तरह की मदद करेंगे और मुझे उम्मीद है कि चोर जरूर पकड़े जायेंगे और तुम्हारा सामान वापस मिलेगा | जब तक सामान नही मिलता तब तक कोशिश तो जारी रखनी पड़ेगी | तुम तो जानते ही हो कि मेरे पिता जी समाज – सेवा का भी कार्य करते हैं | उन्होंने जब से तुम्हारे घर की चोरी के बारे में सुना है , वे अपनी ‘समाज – सेवी संस्था’ की ओर से तुम्हारे परिवार की मदद करने की सोच रहे हैं | अतः चिंता मत करना | ऊपरवाला जल्द ही सब ठीक करेगा | बाकी सब ठीक है | कोई विशेष बात हो तो मुझे फोन कर सकते हो |

अपने समाचार देते रहना |

तुम्हारा मित्र

क० ख० ग०

Patra Lekhan Namuna Hindi

आपका मित्र अनिल बीमारी के कारण परीक्षा नही दे पाया , इससे वह निराश है | उसका हौसला बढ़ाते हुए सहानुभूति पत्र |

परीक्षा भवन

नई दिल्ली

दिनांक : 10 मई , 20xx

प्रिय अनिल

आज ही मुझे तुम्हारी छोटी बहन ने फोन पर बताया कि वार्षिक परीक्षा प्रारंभ होने से पूर्व तुम बीमार पड़ गये और परीक्षा में नही बैठ पाए | दोस्त ! यह सब भाग्य की बात है | भाग्य के आगे किसकी चल पाती है ? मैं

जानता हूँ कि तुम इससे काफी निराश होगे , पर तुम जैसे बालक के लिए एक साल का नुकसान कोई नुकसान नही है | मै जानता हूँ कि तुम अगले साल और भी परिश्रम से इस परीक्षा में बैठोगे और कक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त करोगे |

बस तुम्हे हिम्मत और हौसला बनाए रखना होगा क्योंकि जो कुछ होता है , सब ईश्वर की इच्छा से होता है | मैं दशहरे की छुट्टियों में तुमसे मिलने आऊँगा |

आदरणीय चाचा जी एवं चाची जी को प्रणाम |

तुम्हारा अभिन्न मित्र

क० ख० ग०

Example of Anaupcharik Patra Lekhan in Hindi-सुझाव / सलाह पत्र

साथ पढ़नेवाला चचेरा भाई परीक्षा में उत्तीर्ण नहीं हो सका | चचेरे भाई को परिश्रम करने के लिए प्रेरित करते हुए सुझाव पत्र |

परीक्षा भवन

नई दिल्ली

दिनांक : 21 जून , 20xx

प्रिय भाई सतीश

सप्रेम नमस्ते !

कल चाचा जी से फोन पर बात करते समय पता चला कि तुम वार्षिक परीक्षा में उत्तीर्ण नही हो पाए हो | चाचा जी तुम्हारी परीक्षा परिणाम से तो दुखी थे ही , इस बात से ज्यादा परेशान थे कि गलत संगत में पढ़कर तुमने अपना ध्यान पढ़ाई – लिखाई से बिल्कुल हटा लिया है | चाचा जी की बातें सुनकर मुझे भी बहुत दुःख हुआ |

सतीश ! मैं तुम्हे उन दिनों की याद दिलाना चाहता हूँ , जब कुछ साल पहले तुम हमारे साथ रहते थे | उन दिनों मेहनत करने के लिए तुम मुझे समझाते थे | तुम कानपुर पहुँचकर कैसे बदल गये , यह मैं समझ नही पा रहा | भाई , जो भी हो , तुम्हे अपने को बदलना ही होगा | जिस तरह के लड़कों से तुम्हारी दोस्ती हुई है , उन्हें छोड़ना ही पड़ेगा | तुम अपने घर के सबसे बड़े बच्चे हो | तुम्हें तो अपने छोटे भाई – बहनों के लिए आदर्श प्रस्तुत करना है , जिससे वे सब सन्मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित हों |

मुझे विश्वास है तुम मेरी सलाह पर अवश्य ध्यान दोगे और अपनी इच्छाशक्ति को पुनः जाग्रत करोगे | गलत संगत से निकलकर परिश्रम के मार्ग को अपनाओगे | मुझसे किसी भी प्रकार की मदद की जरूरत हो , तो फोन पर बात कर सकते हो |

आदरणीय चाचा जी और चाची जी को सादर चरणस्पर्श |

तुम्हारा भाई

क० ख० ग०

मामा जी की लड़की को पढ़ाई के साथ साथ टेलीविजन पर होने वाली नृत्य प्रतियोगितामें चयन हेतु प्रयास करने के लिये प्रेरित करते हुए सुझाव पत्र |

परीक्षा भवन

नई दिल्ली

दिनांक : 11 अक्टूवर , 20xx

प्रिय सुष्मिता

सस्नेह नमस्ते !

आशा है तुम मजे में होगी | मै भी ठीक हूँ | तुम्हें यह जानकर खुशी होगी कि मैं अपने स्कूल की क्रिकेट टीम का कप्तान बन गया हूँ | सुष्मिता , मैं जितना ध्यान अपनी पढ़ाई – लिखाई पर देता हूँ , उतना ही खेल – कूद पर | आज जमाना बदल चुका है | यह जरूरी नही है कि हम अपना कैरियर पढ़ाई के क्षेत्र में ही बनाए | मेरा लक्ष्य तो यह है कि मैं एक दिन ‘भारतीय क्रिकेट टीम’ में अपना नाम दर्ज कराऊँ |

मुझे मालूम है कि ‘नृत्यकला’ में तुम्हारा मन बहुत लगता था | ईश्वर ने तुमको प्रतिभा भी खूब दी है पर मामा जी ने बताया था कि तुमने ‘नृत्य – अभ्यास’ बिल्कुल छोड़ दिया है और केवल पढ़ाई – लिखाई में लगी रहती हो |

सुष्मिता ! मैं तुम्हें यह सलाह देना चाहता हूँ कि तुम्हें अपनी नृत्य कला को छोड़ना नहीं चाहिए | पढ़ाई – लिखाई तो तुम कर ही रही हो ‘नृत्य’ के क्षेत्र में भी इतनी ऊँचाइयों तक पहुँचो कि लोग तुम्हारी ओर देखें | तुम्हारी सूचना के लिए बताना चाहता हूँ कि टेलीविजन पर नृत्य – प्रतियोगिता का आयोजन होने जा रहा है और वे लोग प्रतिभाशाली बच्चों की तलाश कर रहे हैं | तुम तो मुंबई में रहती हो | तुमको इस प्रतियोगिता के लिए अवश्य अपना नाम देना चाहिए | मुझे विश्वास है कि तुम्हारा चयन अवश्य होगा |

आशा है कि तुम मेरी सलाह पर अवश्य ध्यान दोगी और ‘नृत्य – प्रतियोगिता’ के लिए अपना नाम अवश्य भेजोगी |

शुभकामनाओं सहित

तुम्हारा भाई

क० ख० ग०

प्रातः कालीन सैर के लाभों ा वर्णन करते हुए छोटे भाई को सुझाव पत्र |

अ० ब० स० छात्रावास

नई दिल्ली

दिनांक : 8 अक्तूबर , 20xx

प्रिय अनुज

शुभाशीष !

मैं यहाँ ठीक हूँ और आशा करता हूँ कि तुम भी ठीक होगे तथा पढ़ाई – लिखाई नियमित रूप से कर रहे होगे | पढ़ाई – लिखाई के प्रति तुम्हारी लगन देखकर मुझे हमेशा तुम पर फख्र होता है | पर पिता जी ने बताया था कि स्वास्थ्य के प्रति तुम काफी लापरवाह हो |

मैं तुम्हें यह बताना चाहता हूँ कि जब तक स्वास्थ्य अच्छा न हो , मनुष्य जीवन में कुछ भी नही कर सकता | प्रातः कालीन भ्रमण तथा प्रणायाम दो ऐसी चीजें हैं जो मनुष्य को आजीवन स्वस्थ बनाए रख सकती है | तुमको इस ओर तुरंत ध्यान देना चाहिए | सुबह जल्दी उठो और घूमने अवश्य जाओ | थोड़ा सा व्यायाम भी कर लो तो और भी अच्छा है | घर आकर प्राणायाम भी अवश्य करो | प्राणायाम से तुम्हारी बुद्धि प्रखर होगी |

मुझे आशा है कि तुम मेरे सुझावों को अमल में लाओगे | शेष सब सामान्य है , पत्र लिखते रहा करो |

तुम्हारा अग्रज

क० ख० ग०

नाराजगी / खेद पत्र- Patra Lekhan Udaharan

आपकी सलाह के बावजूद मित्र ने आपके स्कूल में प्रवेश नही लिया | नाराजगी व्यक्त करते हुए मित्र को एक पत्र |

अ० ब० स० नगर

अहमदाबाद

दिनांक : 16 जुलाई , 20xx

प्रिय श्रीकांत

सस्नेह नमस्ते !

लगता है , अब तुम मुझसे दोस्ती बनाए रखना नही चाहते | अप्रैल में जब अंतिम परीक्षा का परिणाम आया था , तब मैंने तुमसे बार – बार अनुरोध किया था कि तुम मेरे ही विद्यालय में प्रवेश लेने की कोशिश करना | तुम्हारा पुराना स्कूल तो आठवीं कक्षा तक ही था और तुम्हें किसी न किसी स्कूल में तो प्रवेश लेना ही था | मेरी दिली इच्छा थी कि हम दोनों एक ही स्कूल में एक साथ पढ़ते | मेरा स्कूल तो तुम्हारे घर के निकट ही था | तुम रोज पैदल ही आ – जा सकते थे | पर जब मुझे पता चला कि तुमने अपने घर से लगभग 15 किमी० दूर के स्कूल में प्रवेश लिया है तो मुझे बहुत अफ़सोस हुआ | मैं नही जानता कि तुमने ऐसा क्यों किया ? यदि तुम मुझे सारी स्थितियों के बारे में पत्र लिखकर बता सकोगे तो शायद मेरा दुःख कुछ कम हो सके |

आशा है तुम मेरे पत्र का उत्तर अवश्य दोगे |

तुम्हारे पत्र के इंतजार में |

तुम्हारा अपना

क० ख० ग०

Patra Lekhan Udaharan – क्षमायाचना एवं आश्वासन संबंधी पत्र

पिता जी के अचानक अस्वस्थ हो जाने के कारण ग्रीष्मावकाश में मित्र के आमंत्रित करने के बावजूद शिमला न जाने पर मित्र से क्षमायाचना करते हुए एवं अगले ग्रीष्मावकाश में शिमला आने का आश्वासन देते हुए पत्र |

परीक्षा भवन

चंडीगड़

दिनांक : 16 जून , 20xx

प्रिय मित्र सुमीत

सस्नेह नमस्ते !

मैं जानता हूँ , तुम मुझसे नाराज होगे | नाराज होने की तुम्हारे पास वजह भी है | इन छुट्टियों में मैं क्यों तुम्हारे यहाँ नही आ पाया , परन्तु जब तुम वस्तुस्थिति जानोगे , तब मुझे अवश्य माफ़ कर दोगे |

सुमीत ! मैंने इस बार शिमला आने की पूरी तैयारी कर ली थी | मेरे पिता जी ने ट्रेन में आरक्षण भी करा लिया था | वे स्वयं मुझे छोड़ने के लिए शिमला आनेवाले थे | मैं तो तुमसे यह पूछने में संकोच का अनुभव कर रहा था कि क्या पिता जी दो – तीन दिन तुम्हारे घर पर रुक सकते हैं | जिस दिन मैं तुमको फोन लगानेवाला था , उसी दिन मेरे पिता जी सीढ़ियों से फिसल गये और उनके पैर की हड्डी टूट गई |

अभी भी उनके पैर पर प्लास्टक चढ़ा हुआ है | डाक्टरों का कहना है कि पूरी तरह ठीक होने में चार – पाँच महीने लगेंगे | तुम समझ सकते हो कि ऐसी स्थिति में मुझे शिमला कौन पहुँचाता | हमें अपने आरक्षण भी रदद् कराने पड़ें |

फिर भी मैं तुमसे क्षमायाचना करता हूँ और आश्वासन देता हूँ कि अगले वर्ष ग्रीष्मावकाश में तुम्हारे यहाँ अवश्य आऊँगा | शेष सब कुशल है | अपने मम्मी पापा को मेरा प्रणाम निवेदित करना |

तुम्हारा मित्र

क० ख० ग०

सूचना / वर्णन संबंधी पत्र

गृह नगर गुवाहटी में भारत श्रीलंका के बीच होनेवाले एकदिवसीय क्रिकेट मैच की सूचना देते हुए मित्र को पत्र |

परीक्षा भवन

गुवाहटी

दिनांक : 11 नवंबर , 20xx

प्रिय अनिल

सस्नेह नमस्ते !

आशा करता हूँ कि तुम सकुशल हो और अपनी पढ़ाई में लगे हुए हो | मैं भी छमाही परीक्षा की तैयारी जमकर कर रहा हूँ | अनिल ! तुम्हें मैं एक सूचना देना चाहता हूँ | इस बार ‘भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड’ ने यह निर्णय लिया है कि भारत – श्रीलंका का एकदिवसीय मैच 21 दिसंबर को गुवाहटी में आयोजित किया जाएगा | तुम जानते ही हो कि मेरे पिता जी गुवाहटी क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष हैं , अतः यह सूचना मुझे सबसे पहले मिली है | मैं तुम्हें यह बताना चाहता हूँ कि पिता जी को मैच के लिए चार पैसे मिलेंगे | मैं और मेरा भाई दोनों मैच देखने का कार्यक्रम बना रहे हैं | अगर तुम चाहो तो तुम भी हमारे साथ मैच देखने चल सकते हो | तुम अपने पिता जी से बात कर लेना तथा मुझे फोन पर सूचित करना कि क्या वे तुम्हे गुवाहटी ला सकते हैं |

अगर तुम आते हो तो तो अपने पिता जी के साथ हमारे निवास पर ही ठहर सकते हो | आशा है तुम इस विषय में अपना उत्तर शीघ्र भेजोगे |

शुभकामनाओं सहित

तुम्हारा प्रिय मित्र

क० ख० ग०