Class 10 English The Proposal NCERT Solutions

By | August 5, 2023
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The Proposal Class 10 Summary in Hindi

[PAGE 144] : पात्र :

1 . स्टीपन स्टेपनोविच शुबुकोव    –      ज़मींदार

2 . नाताल्या स्टीपनोवन         –      उसकी (जमींदार की) लड़की , आयु 25 वर्ष

  1. इवान वेसीलविच लोमोव – शुबुकोव का पड़ोसी , एक हष्ट-पुष्टएवं खुशमिजाज़ ,लेकिन शक्की

किस्म का ज़मीदार  

शुबुकोव के घर में मेहमान कक्ष

लोमोव प्रवेश करता है , जाकेट और सफ़ेद दस्ताने पहने हुए हैं । शुबुकोव उसे मिलने के लिए उठता है ।

शुबुकोव : मेरे प्यार साथी .. मैं किससे मिल रहा हूँ । इवान वेसीलविच ! मैं अत्यन्त प्रसन्न हूँ ! (अपने हाथों को मरोड़ते हुए ) अरे यह तो एक अचम्भा है , मेरे प्रिय …… आप कैसे हो ?

लोमोव : आपका धन्यवाद ! आजकल आप कैसे चल रहे हो ?

शुबुकोव : हम ठीक प्रकार से आगे बढ़ रहे हैं , मेरे दिव्य , आपकी प्रार्थनाओं के लिए धन्यवाद , और इत्यादि । नीचे बैठिए , कृपया बैठो ना …. अब आप जानते हैं , मेरे प्रिय आपको अपने पड़ोसियों के बारे में नहीं भूलना चाहिए । मेरे प्रिय मित्र – आप अपने पहनावे में आज इतने क्यों औपचारिक दिखाई दे रहे है । सायं के कपडे, दस्ताने और इत्यादि –इत्यादि ।मेरे प्रिय अमूल्य निधि क्या आप कहीं जा रहे है ?

लीमोव  : नहीं। सम्मानित स्टीपन स्टेपनोविचमैंतो केवल आपसे मिलने आया हूँ।

शुबुकोव :  तो आप सांय की ड्रैसमें क्यों है , मेरे अमूल्य खजाने ? आप तो ऐसे लग रहे हैं मानों आज नववर्ष  हेतु मिलने आये है !

लोमोव : ठीक आप जानते हैं ऐसा ही है (अपनी भुजा बाहर लाते हुए ) आदरणीय स्टीपन स्टेपनोविच, मैं आपको एक प्रार्थनापूर्वक कष्ट देने आया हूँ मैंने एक अथवा दो बार ही नहीं आपसे सहायता माँगी है और आपने सदैव जैसाकि मैं कह सकता है ….आपसे नम्र निवेदन की अपेक्षा करते हुए कहता हूँ कि मैं उत्तेजित होता रहा हूँ । सम्मनित स्टीपन स्टेपनोविच, मैं कुछ पानी पीना चाहूँगा । (पानी पीता है )

शुबुकोव : (एक ओर हटकर ) यह जरुर कुछ रुपया उधार लेने आया है । मैं उसे कुछ नहीं दूंगा । (जोर से) अरे मेरे प्रिय-यह क्या है ?

लोमोव  : देखिए, सम्मान-योग्य स्टेपनोविच….… क्षमा करना, स्टेपन आनरिच…. मेरे कहने का भाव है, मैं भयानक रूप से उत्तेजित हो रहा हूँ , जैसेकि आप कृपया देख ही सकते हैं …..संक्षेप में, केवल आप ही मेरी मदद  सकते हैं, यद्यपि मैं इसका पात्र नहीं हूँ ,सचमुच ……और मुझे कोई अधिकार नहीं हैं कि आपकी सठायता पर निर्भर करूँ ।

शुबुकोव : अरे, बात को इधर-उधर घुमाते मत जाओ, प्यारे, जल्दी उगल दो । कहों ?

लोमोव  : एक पल रुकिए….. अभी बनाता हूँ । वास्तव में बात यह हैं, मैं आपकी बेटी नातान्या स्टेपनोविच का का विवाह के लिए हाथ माँगने आया हूँ ।

[ PAGE145 ] : शुबुकोव  : (प्रसन्नतापूर्वक ) भगवान कसम ! इवान वेसीलविच ! दोबारा से कहो -मैंने बिल्कुल सुना नहीं है ।

लोमोव  : मुझे आपसे यह कहने में सम्मान महसूस हो रहा है …..

शुबुकोव  : (दखल देते हुए) मेरे प्रिय हजूर …….. मुझे कितनी खुशी हो रही है , और क्या –क्या ….. । हाँ, सचमुच और इस तरह का वह सब कुछ  । (लोमोव का गले लगाता हैं और उसे चूमता है ) मैं बहुत देर से इसकी आशा कर रहा हूँ । यह मेरी निरंतर इच्छा रही है। (एक आँसू बहा देता हैं) और मैं तुमसे सदा प्यार करता हूँ , मेरे फरिश्ते, मानोतुम मेरे ही पुत्र हो; ईश्वर तुम दोनों को अपनी सहायता और अपना प्यारप्रदान करे , और क्या –क्या , तथा मैं कितनी ज्यादा आशा रखता था…….. । मैं इस  मूर्खतापूर्ण ढ़ंग से किसलिए व्यवहार  करने लगा हूँ ? खुशी से मैंहिल गया हूँ, बिल्कुल अपना संतुलन खो बैठा हूँ । अरे, अपनी पूरा आत्मा सहित …… मैं अभी जाता हूँ  नाताल्याको बुलाकर लाता हूँ , और वगैरह –वगैरह ।

लोमोव  : (अत्यन्त प्रभावित होते हुए) सम्मान –योग्य स्टीपन स्टेपनोविच, क्या आप समझते हैं कि मैं उसकी सहमति का भरोसा कर सकता हूँ ?

शुबुकोव : क्यों , बिल्कुल , मेरे लाड़ले , और ….तुम समझते हो वह सहमत नहीं होगी । उसे प्यार हो गया है …….. ईश्वर कसम , वह तो प्रेम में पागल हुई एक बिल्ली के जैसी है, और क्या –क्या ।मैं ज्यादा देर नहीं लगाऊँगा ।

(बाहर चला जाता है ।)

[PAGES 145-146] :लोमोव : अरे बहुत ठंड है …. मैं तो काँप रहा हूँ , ऐसा लगता है कि मुझे अपना परीक्षण कराना होगा । बहुत बड़ी बात तो यह है कि मुझे अपना फैसला करना होगा । अगर मैं सोचने में समय लेता हूँ , हिचकता हूँ , बहुत बातें करनी है , एक आदर्श की तलाश है अथवा सच्चे प्यार के लिए. तो मैं कभी भी शादी नहीं कर पाऊँगा ….. परंतु अब ठंड है ।नाताल्या स्टीपनोवन एक उत्कृष्ट गृहणी है , देखने में भी अच्छी है , अच्छी पढ़ी –लिखी है और मुझे क्या चाहिए ? परंतु मेरे क्या चाहिए ? परन्तु मेरे तो उत्तेजना से  कान भी गूँज रहे हैं । (पीता है) और यह मेरे लिए असम्भव है कि मैं शादी न करूँ । प्रथम स्थान पर तो मेरी आयु 35 वर्ष है – कहने का तात्पर्य है कि यह एक नाजुक स्थिति है । दूसरी बात यह है कि मुझे शांत और नियमित जीवन व्यतीत करना चाहिए , मुझे ह्रदय की धड़कन की बीमारी है , मैं उत्तेजित हो जाता हूँ  और सदैव शीघ्र ही अघिक परेशान हो उठता हूँ ।इस समय मेरे होंठ काँप रहे है । और मेरी दाहिनी भौहें फड़फड़ा रही हैं ।परन्तु दुर्भाग्यपूर्ण बात तो यह है कि मैं जिस प्रकार सोता हूँ । ज्यों ही मै बिस्तर मैं जाता हूँ । शीघ्र सो जाता हूँ फिर अचानक मेरी बाँई ओर मुझे कोई खींचता है । और मैं इसे अपने कंघे और सिर से भीमहसूस कर सकता हूँ । मैं एक पागल की भाँति उछलता हूँ , थोड़ा –सा चलता हूँ और पुनः लेट जाता हूँ । परन्तु जब शीघ्र ही नींद से उठता हूँ फिर मुझे कोई खींचता है । और यह लगभग बीस बार हो सकता है ।

(नाताल्या स्टीपनोवन अन्दर आती है । )

[PAGE 146] : नाताल्या: अरे , आप यहाँ है और पापा ने कहा –“जाओ , देखो कोई व्यापारी अपने सामान के साथ आया है ।“ आप कैसे हैं इवान वेसीलविच ?

लोमोव : सम्मानित नाताल्या स्टीपनोवन –आप कैसे हो ?

नाताल्या : आप मेरे वस्त्र और उपेक्षा के लिए माफ़ करेंगे । हम यहाँ पर बहुत देर से है । बैठिये ना ….(वे दोनों बैठते हैं )-आप क्या कुछ भोजन लेगें ?

लोमोव : नहीं ! आपका धन्यवाद , मैंने पहले ही कुछ ले रखा है ।

नाताल्या : फिर सिगरेट पी लीजिए । यहाँ पर माचिस है मौसम अब बहुत शानदार है ।परन्तु कल बहुत गीला था और मजदूर ने सारे दिन कार्य ही नहीं किया । आपने कितनी घास कटवा ली है ? जरा सोचें ,मुझे अच्छा है कि मैं सारा खेत कटवा दूँ । परन्तु अब मुझे ख़ुशी बिल्कुल नहीं है क्योंकि मुझे डर है कि कहीं घास सड़ न जाए । मुझे कुछ प्रतीक्षा करनी करनी चाहिए । परंतु यह क्या है ? क्यों –अरे ठीक आप तो सायंकाल की ड्रैसपहने है, में तो कभी भी नहीं होती-क्या आप किसी डॉस पार्टी में जा रहे है और क्या बात है ? यद्दपि  मुझे कहना चाहिए कि आप सुन्दर लग रहे हैं, मुझे बताएँ । आप इस प्रकार क्यों अच्छे कपड़े पहने हुए है ?

लोमोव : (उत्तेजित होते हुए) जाप जानते है माननीय नाताल्या स्वीपनोवन … बात यह है कि मैंने अपना विचार बना लिया है कि मैं आपसे अपने बारे में कुछ कहूँ … शायद, आपको हैरानी होगी और शायद गुस्सा भी परंतु… (एक ओर हटकर) बहुत ही अधिक ठंड है !

नाताल्या : क्या बात है ? (रूककर) अच्छा ?

[PAGES 146-147] : लोमोव : मैं संक्षिप्त से कहने का प्रयत्न करूंगा । आपको जानना चाहिए, माननीयनाताल्या स्टीपनोवन कि बहुत लंबे समय से अर्थात् अपने बचपन से ही वास्तव में आपके परिवार को जानता हूँ। मेरी स्वर्गीय चाची और उनके पति,जिन्हें आप जानती हैं, उनसे मैंने भूमि प्राप्त की और वे आपके पिताजी और आपकी स्वर्गीय माताजी को बहुत अधिक सम्मान करते थे । और लोमोव और शुबुकोव अत्यंत ही प्रिय मित्र रहे हैं और मैं यह कह सकता हूँ दोनों का एक-दूसरे के प्रति अत्यधिक सम्मान और स्नेह

भी है । और जैसाकि आप जानती हैं कि मेरी जमीन आपके एक नज़दीकी पड़ोसी के साथ है । आप याद करें कि मेरी Oxen Meadows आपके Birchwoods (भोज-पत्र के जंगलों) के साथ लगती है।

नाताल्या :: मैं आपको बीच से टोकने के लिए माफी चाहूँगी । आप कहते हैं कि मेरी ‘Oxen Meadows’परंतु क्या वे आपकी हैं ?

लोमोव : हाँ , मेरी ।

नाताल्या : आप क्या बातें करते हैं ? Oxen Meadows तो हमारी हैं, आपकी नहीं ।

लोमोव : नहीं ,, मेरी माननीय नाताल्या स्टीपनोवन ।

नाताल्या : अच्छा , मुझे तो पहले कभी इसका पता नहीं था ?  आपने इसका कैसे पता लगाया ?

लोमोव : कैसे ? मैं उनOxen Meadows की बात कर रहा हूँ जो आपके भोज –पत्र के जंगलों औरबणर्ट मार्श वाली जमीन में मध्य में पड़ती है ।

नाताल्या :हाँ ,हाँ वह हमारी है ।

लोमोव: नहीं , आपको गलती लगी है , प्रिय नाताल्या स्टीपनोवन वे मेरी हैं ।

नाताल्या : जरा सोचो , इवान वेसीलेविच ! वे तुम्हारे कब से हैं ?

लोमोव : कब से ? जब से मुझे याद है ।

नाताल्या : सचमुच, तुम मुझे ऐसा विश्वास करने को मनवा नहीं सकते हो ।

लोमोव : माननीयनाताल्या स्टीपनोवन, लेकिन आप लिखित कागज दे सकती हो ।Oxen Meadows , यह सच है कि एक बार वे विवाद का केंद्र थे, लेकिन हर कोई जानता है कि वे मेरे हैं । इसके बारे में बहस करने की कोई बात नहीं है लेकिन आप जानती हो मेरी मौसी की नानी ने तुम्हारे पिता के दादा के मजदूरों को इस चारागाह को सदा के लिए मुक्त प्रयोग करने की इजाजत दे दी थी , जिसके बदले मैं उन्हें इसके लिए ईटें  बनानी होती थी आपकेपिता के दादा के मजदूरों ने चालीसवर्षों तक चरागाह का मुफ्त इस्तेमाल किया और इसे अपनी ही समझने की उनकी आदत हो गई थी जब ऐसा हुआ तो….

नाताल्या : ऐसा बिल्कुल भी नहीं है दोनों दादा और परदादा ऐसा मानते थे कि उनकी जमीन बणर्ट मार्श तक फैली हुई है । जिसका अर्थ यह बनता है कि Oxen Meadowsवीडियो वाली जमीन हमारी है मुझे समझ में नहीं आता कि इसके विषय में विवाद की क्या बात है ऐसा करना बिल्कुल मूर्खता है !
[PAGE 148] :लोमोव : नाताल्यास्टीपनोवन, मैं आपको दस्तावेज़ दिखा सकता हूँ ।

नाताल्या : नहीं,  आप तो मात्र मजाक कर रहे हो या मेरा उपहास उड़ा रहे हो कितनी हैरानी की बात है यह जमीन हमारे पास तीन सौ साल से है ,  और तब अचानक ही हमें बताया जाता है कि यह जमीन हमारी नहीं है इवान वेसीलेविच मुझे तो अपने कानों पर ही विश्वास नहीं होता है इन चरागाहों का मेरे लिए अधिक महत्व नहीं है । ये तो मैंने केवल पॉंच डैस्सीटीस में ली है और शायद 300 रूबल कीमत की है लेकिन मैं गलत बातों को सहन नहीं कर सकती हूँ ।

लोमोव : मेरी बात सुनो, मैं आपसे प्रार्थना करता हूं आपके परदादा के मजदूर जैसाकि मैंने पहले ही इसकी व्याख्या कर दी है मेरी मौसी की नानी के लिए ईटें पकाने का काम किया करते थे अब मेरी मौसी की नानी उन्हें प्रसन्न करने की इच्छा कर रही है….. ।.

नाताल्या : मैं मौसियों और दादाओं के बारे में अधिक कुछ नहीं कह सकती हूँ ।चरागाहें हमारी है ,यही सच है 

लोमोव : ये मेरी हैं ।

नाताल्या : हमारी ! तुम दोदिन लगातार इसे सिद्ध करने की कोशिश करते रहो तुम जाकर पंद्रहसूट-जैकेटपहन सकते हो लेकिन मैं तुम्हें बता दूं कि वह जमीन हमारी है मुझे तुम्हारी कोई चीज नहीं चाहिए और मैं अपनी कोई चीज तुम्हें नहीं देना चाहता हूं , सुन लिया।

लोमोव :नाताल्या स्टीपनोवन,मुझे चरागाहें नहीं चाहिए लेकिन मैं सिद्धांतों की बात कर रहा हूँ यदि तुम चाहो, तो मैं तुम्हें भेंट कर सकता हूँ । 

नाताल्या :मैं स्वयं इन्हेंतुम्हें उपहार में दे सकती हूं क्योंकि भी मेरी हैं ! इवान वेसीलेविच ,तुम्हारा व्यवहार तो विचित्र है ! अब तक तो हम आपको एक अच्छे पड़ोसी एक मित्र के रूप में जानते थे। पिछले वर्ष हमने अपनी भूसा निकालने की मशीन तुम्हें दे दी थी ।इसी वजह से हमें अपनी कटाई का काम नवंबर तक स्थगित करना पड़ा था, लेकिन तुम हमारे साथ ऐसा व्यवहार करते हो जैसेकि हम जिप्सी हो ! मुझे मेरी ही जमीन दोगे, सचमुच ! नहीं वास्तव में यह पड़ोसियों वाली बात बिल्कुल नहीं है मेरे विचार से यह गुस्ताखी वाली बात है यदि तुम जानना ही चाहते हो।

लोमोव : तब तो तुम ही कह रही हो कि मैं एक जमीन को हड़पने वाला हूं , मैडम अपने जीवन में मैंने कभी किसी दूसरे की जमीन नहीं हड़पी है और मैं किसी भी किसी को ऐसा करने की इजाजत नहीं दूँगा (जल्दी से सुराही के पास आ जाता है और वहां से और पानी पीता है) Oxen Meadows मेरी हैं !

नाताल्या : यह सच नहीं है , वे हमारी है !

लोमोव : मेरी हैं !
[PAGE 149] : नाताल्या : यह सच नहीं है ! मैं इसे सिद्ध कर सकती हूँ । मैं अपने कटाई करने वालों को आज ही चरागाह में भेज दूँगी।

लोमोव : क्या ?

नाताल्या : मेरे कटाई करने वाले आज ही वहाँहोंगे !

लोमोव : मैं उनकी गर्दन में यह जड़ दूँगा।

नाताल्या : तुम्हारी यह हिम्मत।

लोमोव  : (अपने दिल को पकड़ते हुए)Oxen Meadows  मेरी है ! तुम्हारी समझ में आया ?  मेरी हैं !

लोमोव : कृपया चिल्लाओ मत ! तुम अपने खुद के घर में इतनी भारी आवाज में चिल्ला सकते हो लेकिन यहाँ मैं तुम्हें ऐसा करने से मना कर सकती हूँ ।

लोमोव : मैडम , अगर ऐसा नहीं था -क्योंकि यह तो अजीब कष्टदायक दिल की धड़कन है अगर मेरा सारा शरीर अंदरुनी रूप से परेशान न होता तो मैं तुमसे दूसरी तरह से बातें करता (हाँफते हुए) Oxen Meadows  मेरी है ।

नाताल्या: हमारी !
लोमोव : मेरी !

नाताल्या: हमारी !

लोमोव : मेरी !
(शुबुकोव को प्रवेश करता है )
शुबुकोव :  क्या बात है तुम क्यों चिल्ला रहे हो ?

नाताल्या : पापा कृपया इस सज्जन पुरुष को बताइए कि Oxen Meadows  किसकी हैं ,  हमारी या इसकी ?
शुबुकोव : (लोमोव से ) प्रिय, चरागाहें हमारी हैं ।
[PAGE 150-151] :  लोमोव : लेकिन कृपया स्टीपन स्टेपनोविच , वे आपके कैसे हो सकते हैं एक

तर्कसंगत आदमी बनो। मेरी मौसी की नानी ने ये चरागाहेंअस्थाई और मुक्त प्रयोग के लिए ये तुम्हारे दादा के मजदूरों को दी थी। मजदूरों ने चालीससाल तक के जमीन का प्रयोग किया और वे उसका ऐसे प्रयोग करने लग गए थे जैसेकि वह जमीन उनकी अपनी हो अब ऐसा हुआ कि…

शुबुकोव : मेरे प्रिय, माफ़ करना ! तुम यह भूल गए कि मजदूरों ने तुम्हारी नानी को कोई भुगतान नहीं किया था क्योंकि चरागाहोंपर विवाद था और वह अभी भी है। और आप सभी जानते हैं कि वह हमारी है। तुमने शायद नक्शा नहीं देखा है।

लोमोव : मैं आपको सिद्ध कर सकता हूँ कि वह हमारी है।
शुबुकोव : मेरे प्रिय , आप ऐसा नहीं कर सकोंगे।
लोमोव :  मैं कर दूँगा।
शुबुकोव : प्रिय, इस तरह क्यों चिल्ला रहे हो ? तुम चिल्लाने से कुछ भी सिद्ध नहीं कर सकते हो ।

मुझे तुम्हारे कोई भी चीज नहीं चाहिए और मैं अपनी कोई चीज छोड़ना भी नहीं चाहता हूँ । मैं छोडूँ भी क्यों ? ओर मेरे प्रिय तुम जानते हो कि यदि तुम इसके बारे में इसी तरह से वाद –विवाद करते रहे ।मैं इन चरागाहों को तुम्हें देने की बजाय मजदूरों को सौंपना अधिक पसंद करूंगा।

समझे।

लोमोव : मैं नहीं समझता ! आपको किसी की सम्पत्ति को किसी अन्य को देने का अधिकार है ?
शुबुकोव ; तुम यह जान लो कि मुझे यही पता है कि इसका मुझे अधिकार है या नहीं। क्योंकि

नवयुवक ,मुझे इस बात की आदत नहीं है कि कोई मेरे साथ ऐसे लहजे में बात करें हे नौजवान !मैं आयु में तुम्हारे से दोगुना हूँ और तुमसे कहता हूं कि तुम अपने को क्रोध में लाए बिना मुझसे बात करो।

       लोमोव : नहीं, तुम तो मुझे सिर्फ एक मूर्ख मानते हो और मुझे दबाना चाहते हो। तुम मेरी जमीन को अपनी बना रहे हो और तब तुम चाहते हो कि मैं तुम्हारे साथ नम्रता और शांत भाव के साथ बात करूं अच्छे पड़ोसी इस तरह से व्यवहार नहीं करते हैं,  स्टीपनोविच, तुम एक पड़ोसी नहीं हूँ, तुम तो एक हड़पने वाले हो !

शुबुकोव :क्या कहा ? तुमने क्या कहा ?
नाताल्या : कटाई करने वालों को तुरंत चरागाहों में भेज दो।
 शुबुकोव : महाशय, आपने क्या कहा ?
नाताल्या : Oxen Meadowsहमारे हैं और मैं उन्हें नहीं छोडूँगी, नहीं छोडूँगी,नहीं छोडूँगी।
लोमोव :  हम भी देखेंगे !मैं इस मामले को अदालत में लेकर जाऊँगा और तब तुम्हें दिखाऊँगा।
शुबुकोव :  अदालत में ? तुम इसे अदालत में ले जा सकते हो , यहीं सब कुछ है मैं तुम्हें जानता हूं

तुम्हें तो अदालत में जाने के लिए मौके की तलाश ही रहती है तुम तो एक चालाक आदमी हो !तुम्हारे सभी लोग ऐसे थे ! सारे के सारे !

[PAGE 151] : लोमोव : मेरे लोगों की चिंता मत करो ! सभी लोमोव  सम्मानित लोग रहें  हैं और उनमें से कभी एक पर भी गबन का मुकद्दमा नहीं चला है। तुम्हारे दादा की तरह !

शुबुकोव : तुम सभी लोमोव लोग तो पागलपन के शिकार रहे हो , सारे के सारे।
नाताल्या : सारे, सारे, सारे, !
शुबुकोव : तुम्हारा दादा एक शराबी था और तुम्हारी छोटी मौसी नस्तस्या मिहेलोवना एक भवन

निर्माता के साथ भाग गई थी।

लोमोव : और तुम्हारी माँ तो एक कुबड़ी थी (अपने दिल को पकड़ता है) मेरे अंदर कुछ हो रहा है…. मेरा सिर…. मदद करो ! पानी !

शुबुकोव : तुम्हारा पिता एक मोटा जुआरी था !

नाताल्या: और चुगली करने में तो तुम्हारी मौसी की कोई बराबरी नहीं कर सकता था

शुबुकोव: मेरा बाँया पैर सो गया है…. तुम एक षड्यंत्रकारी हो…… अरे मेरा दिल ! और यह एक खुला रहस्य है कि पिछले चुनावों से पहले तुमने मुझे रिश्वत …..! मुझे तारे देखने लगेहैं … मेरा टोप कहाँ है ?

नाताल्या : यह नीचता है ! बेईमानी है ! कमीनापन है !
शुबुकोव : और तुम तो एक दुर्भाग्य,दोहरे चेहरे वाले एक षड्यंत्रकारी हो।
लोमोव :  मेरा टोप यहाँ है। मेरा दिल ?  किधर जाऊँ? दरवाजा कहाँ है ? अरे, मुझे लगता है मैं

मर रहा हूँ । मेरा पाँव बिल्कुल ही सुन्नहो गया है।
(दरवाजे की ओर जाता है।)

शुबुकोव : (उसके पीछे जाते हुए) और मेरे घर में दोबारा कभी कदम मत रखना !
नाताल्या : इसे अदालत ले जाओ, हम भी देखेंगे !

(लोमोव लड़खड़ाता हुआ बाहर चला जाता है)

       शुबुकोव : उसे शैतान ले जाए !

(उत्तेजना में इधर-उधर जाता है)

नाताल्या :  क्या बदमाश है ! इसके बाद कोई अपने पड़ोसियों पर क्या विश्वास कर सकता है

शुबुकोव : बदमाश !डरेवा !

नाताल्या: राक्षस ! राक्षस पहले तो हमारी जमीन ले ली और ऊपर से हमें गालियाँ दे रहा है।
शुबुकोव :  और वह अन्धी मुर्गी जैसी शक्ल वाला,हाँ वह शलजम की शक्ल वाला भूत, शादी का प्रस्ताव करने की बदतमीजी भी करता है क्या ?  शादी का प्रस्ताव !
नाताल्या ;  कैसा प्रस्ताव ?
शुबुकोव : क्यों वह यहाँ तुम्हारे साथ शादी करने का प्रस्ताव लेकर आया था।
नाताल्या : शादी का प्रस्ताव करने ?  मुझसे ? आपने मुझे पहले क्यों नहीं बताया ?
शुबुकोव : इसलिए तो वह सांयकाल वाली पोशाक पहन कर आया था मरा हुआ समोसा। झुर्रियों वाली

चेहरे वाला भद्दा आदमी।

       [PAGE 152] : नाताल्या : मुझसे शादी का प्रस्ताव करने ? आह ! (एक आराम कुर्सी पर गिर जाती है और रोने लग जाती है) उसे वापस लाओ ! वापस लाओ !आह ! उसे वापस लाओ ।

शुबुकोव : यहाँ कैसे लाएँ?

नाताल्या: जल्दी करो , जल्दी करो ! मैं बीमार हूं ! उसे पकड़कर लाओ !

(बेहोश हो जाती है)
शुबुकोव : क्या हुआ ? तुम्हें क्या हो गया है ? (उसका सिर पकड़ता है) मैं कितना अभागा आदमी हूँ । मैं स्वयं को गोली मार लूँगा ।मैं स्वयं को फांसी पर लटका लूँगा हमने उसके लिए क्या किया है !
नाताल्या : मैं मरने जा रही हूँ ! उसे पकड़ कर लाओ !
शुबुकोव : मैं अभी जा रहा हूं चिल्लाओ मत।

(बाहर भागता है थोड़ी खामोशी।)

नाताल्या : (वह विलाप करती है) उन्होंने मेरे साथ क्या किया है। उसे वापस लेकर आओ। उसे वापस लाओ।

(थोड़ी खामोशी ! शुबुकोव भागकर अंदर आता है)

शुबुकोव : वह आ रहा है शैतान उसे ले जाए। तुम उससे उसे खुद बात करो मैं उससे बात नहीं करना चाहता।

नाताल्या : (विलाप करती है ) उसे पकड़कर लाओ !
शुबुकोव : (चिल्लाता है) वह आ रहा है, मैंने तुम्हें बता दिया अरे क्या मुसीबत है ,हे भगवान, एक

वयस्क लड़की का पिता होना ।मैं सचमुच में अपना गला काट लूँगा ।हमने उसे कोसा, गालियाँ दी और बाहर निकाल दिया और यह सब तुम्हारी वजह से हुआ।

नाताल्या :  नहीं आपकी वजह से।
शुबुकोव :मैंने तुम्हें बता दिया , यह मेरी गलती नहीं थी।
(लोमोव दरवाजे पर प्रकट होता है)
अब तुम उससे खुद बात कर लो।
(चला जाता है)
लोमोव : (थकी हुई अवस्था में प्रवेश करता है) मेरा दिल भयंकर रूप से धड़क रहा है।मेरा पाँव सो

गया है ।मेरे अंदर कुछ हो रहा है।

नाताल्या : हमें क्षमा कर दो, इवान वेसीलविच, हम थोड़ा गर्म हो गए थे। अब मुझे याद आया कि

Oxen Meadowsतो सचमुच आपकी है।
लोमोव : मेरा दिल भयंकर रूप से धड़क रहा है।मेरी चरागाहें -मेरी दोनों भौहें ऐठरही हैं
नाताल्या : चरागाह आपके हैं, हाँ आपके हैं । बैठ जाइए ( वे बैठ जाते हैं) हमारी गलती थी।
लोमोव : मैंने सैद्धान्तिक बात की थी।मेरी जमीन का मेरे लिए कोई महत्व नहीं है लेकिन मेरे सिद्धांत……
नाताल्या : हाँ , सिद्धांत तो,  ऐसा ही ।आओ अब कोई और बातचीत करें।
लोमोव :  और इसलिए भी क्योंकि मेरे पास सबूत हैं ।मेरी मौसी की नानी ने यह जमीन तुम्हारे

परदादा के मजदूरों को दी थी…

नाताल्या : हाँ , हाँ , अब इसे जाने दो (एक तरफ होकर) काश मुझे पता होता कि उससे बात कैसे शुरू करवाऊँ(ऊँचे स्वर में) क्या आप शीघ्र ही शिकार पर जाना चाहते हो ?

[PAGE 153] : लोमोव : प्रिय नाताल्या स्टीपनोवन, मैं सोच रहा हूँ कि कटाई का काम समाप्त होने के बाद तीतर का शिकार करने जाया करूँ अरे क्या तुमने सुना है ?  जरा सोचो , कितना दुर्भाग्य है गेस मेरा कुत्ता जिसे तुम जानती हो , लंगड़ा हो गया है।

नाताल्या:  कितने दुख की बात है ! क्यों ?

लोमोव : मैं नहीं जानता हूँ । हो सकता है या तो उसकी टाँग में बल पड़ गया होगा या फिर किसी दूसरे कुत्ते के द्वारा काट ली होगी (लंबी सांस लेता है) मेरा सबसे बढ़िया कुत्ता। उस पर हुए खर्च की तो बात ही मत करो मैंने मिरोनोव को उसके 125 रूबल दिए थे।

नाताल्या : इवान वेसिलविच, यह तो बहुत ज्यादा है।

लोमोव :  मेरा मानना है कि वह तो बहुत सस्ता मिल गया ।वह प्रथम दर्जे का कुत्ता है।

नाताल्या: पापा ने स्कूईज़र के लिए 85 रूबल दिए थे और स्कूईज़र गेस से कहीं अधिक अच्छा है।

लोमोव :  स्क्रूईज़रगेस से अच्छा है ?  क्या बात है । (हँसता है) हुआ स्कूईजर गेस से अच्छा है।

नाताल्या : निसंदेह, वह  बढ़िया है निसंदेह स्कूईजर अभी छोटा है, वह  थोड़ा और बड़ा हो जाएगा लेकिन जहाँ तक गुणों और नस्ल का संबंध है वह किसी भी कुत्ते से अच्छा है उस कुत्ते से भी जो बोलचनिस्की के पास है।

लोमोव :  क्षमा करना, नाताल्या स्टीपनोवन, लेकिन तुम भूल गई कि वह ऊँचे जबड़े वाला है और ऊँचे जबड़े वाले कुत्ते का अर्थ है कि वह शिकार करने में अच्छा नहीं है।

नाताल्या : क्या वह ऊँचे जबड़े वाला है ? मैंने तो यह पहली बार सुना है ।

लोमोव :  मैं तुम्हें यकीन दिलाता हूँ कि उसका निचला जबड़ा ऊपर वाले जबड़े से छोटा है

नाताल्या :  क्या तुमने नाप लिया है ?

लोमोव : हाँ ।नि : संदेह पीछा करने में तो वह बिल्कुल ठीक है , लेकिन यदि तुम किसी चीज को पकड़ना चाहते हो …..

नाताल्या : पहली बात तो यह है कि हमारा स्कूईज़रअसली नस्ल वाला जानवर है।यह हारनेस और चिज्लज का बेटा है जबकि तुम्हारे कुत्ते की नस्ल का कोई हिसाब नहीं है। वह बूढ़ा है और देखने में उतना ही भद्दा लगता है जितना की तांगे को खींचने वाला कोई घिसा –पीटा सा घोड़ा।

लोमोव : वह बूढ़ा है, लेकिन उसके बदले में मैं पॉच स्कूईज़र को भी ऐसा नहीं लूँगा ।क्यों, आप कैसे कह सकते हो ? गेस एक कुत्ता है और जहाँ तक रही इस स्कूईज़र की बात, उसके कुत्ता होने पर तर्क-वितर्क करना भी हास्यप्रद है।जिसके पास भी तुम कहोगी उसके पास स्कूईज़र कुत्ता मिलेगा । तुम ऐसे कुत्तों को प्रत्येक झाड़ी के नीचे देख सकते हो ।उसके लिए 25 रूबल की कीमत का भुगतान करना पर्याप्त रहेगा

नाताल्या: आज तो तुम्हारे अंदर झगड़ा करने वाला कोई भूत घुस गया है , इवान वेसीलविच ।पहले तो तुम ढोंग करते हो कि चरागाहें तुम्हारी हैं , अब तुम कह रहे हो कि गेसस्कूईज़र से बेहतर है ।मुझे ऐसे लोग पसंद नहीं है जो दो अर्थी बात करते हैं , क्योंकि तुम इस बात को बहुत अच्छी तरह से जानते हो कि स्कूईज़र तुम्हारे मूर्ख गेस से सैकड़ों गुना बेहतर है । तुम ऐसा क्यों कहना चाहते हो कि वह ऐसा नहीं है।

[PAGE 154] :लोमोव : नाताल्या स्टीपनोवन, मेरे विचार से तुम मुझे या तो अंधा या फिर मूर्ख समझ रही हो तुम्हें महसूस करना चाहिए कि स्कूईज़र ऊंचे जबड़े वाला है।

नाताल्या : यह सच नहीं है।

लोमोव : यह सच है।

नाताल्या : यह सच नहीं है।

लोमोव :  मैडम ,  क्यों चिल्ला रही हो ?

नाताल्या :  तुम बकवास क्यों कर रहे हो ?  यह भयानक बात है ।अब समय है कि तुम्हारे कुत्ते गेस को अब गोली मार दी जाए और तुम उसकी तुलना गेस से कर रहे हो।

लोमोव :  क्षमा कीजिए, मैं इस बहस को जारी नहीं रख सकता, मेरा दिल तेजी से धड़कने लग गया है।

नाताल्या :  मैंने देखा है कि वे शिकारी जिन्हें कुछ भी नहीं पता होता है ज्यादा बहस करते हैं।

लोमोव :  मैडम, कृपया शांत हो जाइए । मेरा दिल टुकड़े-टुकड़े हो रहा है (चिल्लाता है) चुप करो।

नाताल्या ; मैं तब तक चुप नहीं करूँगी जब तक तुम इस बात को स्वीकार नहीं कर लेते कि इस स्कूईज़र गेस से 100 गुना अधिक बेहतर है

लोमोव :  सौ गुना खराब है ।जाओ अपने स्कूईज़र के साथ लटक जाओ , उसका सिर…. आंखें….. कंधे…..।

नाताल्या ; तुम्हारे मूर्ख गेस को तो फाँसी देने की भी जरूरत नहीं है वह तो पहले से ही अधमरा है।

लोमोव : (रोता है ) चुप करो।मेरा दिल फटा जा रहा है।

नाताल्या : मैं चुप नहीं करूँगी ।

(शुबुकोव प्रवेश करता है )

शुबुकोव: अब क्या हुआ ?

नाताल्या : पापा हमें सच-सच बताइए कि बेहतर कुत्ता कौन सा है ,  हमारा स्कूईज़रया उसका गेस ।

लोमोव : स्टीपन स्टेपनोविच। मैं आपसे प्रार्थना करता हूँ कि आप मुझे बताइए कि क्या तुम्हारा स्कूईज़रऊँचे जबड़े वाला है या नहीं ? हाँ या न ?

शुबुकोव : मान लो वह है ?  इससे क्या फर्क पड़ता है। वह पूरे ज़िले में सबसे बढ़िया कुत्ता है।

लोमोव : लेकिन क्या मेरा गेस बढ़िया नहीं है ? सचमुच अब बताइए ?

शुबुकोव : अपने- आपको उत्तेजित मत करो, मेरे प्यारे। मुझे बताने दीजिए।तुम्हारे गेस में भी निश्चित रूप से कुछ अच्छी बातें हैं ।  वह असली नस्ल का है। उसके पाँव मजबूत है उसकी पसलियाँ अच्छी तरह से फूली हुई हैं और यह सभी गुण हैं लेकिन मेरे प्यारे, यदि तुम सच्चाई जानना चाहते हो, तो उस कुत्ते में दोदोस्त हैं वह बूढ़ा है और उसकी थूथन छोटी है।

लोमोव : माफ करना,  मेरा दिल……आओं तथ्यों पर बात करें। आपको याद होगा कि मिरुसिसेकी वाले शिकार के समय मेरा गेस काऊंट के कुत्ते के साथ बिल्कुल बराबर में भागा था जबकि आपका स्क्रूईज़र पूरे दो किलोमीटर पीछे रह गया था।

शुबुकोव : वह इसलिए पीछे रह गया था क्योंकि काऊँट के शिकारी कुत्ता अधिकारी ने चाबुक से उसे मार दिया था।

[PAGE 155] : लोमोव : और ऐसा करने का एक अच्छा कारण था । कुत्ते एक लोमड़ के पीछे भाग रहे थे ,  जब स्कूईज़र ने जाकर एक भेड़ को परेशान करना शुरू कर दिया।

शुबुकोव :  यह सत्य नहीं है ! मेरे प्रिय दोस्त , मुझे बहुत जल्दी क्रोध आ जाता है , और इसलिए इसी वजह से ,  हम बहस करना बंद कर दें ।बहस तुमने शुरू की थी क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति हर दूसरे आदमी के कुत्तों  से हमेशा ईर्ष्या करता है । हाँ, हम सब इसी तरह के हैं ।तुम भी,श्रीमान, बिना दोष के नहीं हो !ज्यों ही तुम ऐसी बात शुरू करोगे, तो दूसरा आदमी, और वगैरह-वगैरह….. मुझे हर बात याद है !

लोमोव :  मुझे भी याद है !

शुबुकोव : (उसे चिढ़ाते हुए) मुझे भी याद है ।क्या याद है तुम्हें ?

लोमोव :  मेरा दिल , मेरा पैर सो गया है। मैं ………

नाताल्या : (चिढ़ाते हुए) मेरा दिल !  तुम किस तरह के शिकारी हो ? तुम्हें जाकर रसोई घर के चूल्हे पर बैठ जाना चाहिए और वहाँ काले (तिलचट्टों) को पकड़ना चाहिए , और लोमड़ों के पीछे नहीं भागना चाहिए।मेरा दिल !

शुबुकोव:  हाँ सचमुच, तुम किस तरह के शिकारी हो, किसी भी तरह से ? तुम्हें अपनी तेज धक-धक लेकर घर पर बैठना चाहिए, और शिकार के लिए जानवरों को ढूँढते नहीं फिरना चाहिए।तुम शिकार करने जा सकते हो, लेकिन तुम केवल लोगों के साथ बहस करने के लिए जाते हो और उनके कुत्तों में दखल-अन्दाजी करने के लिए और वगैरह-वगैरह । आओ हम इस विषय को बदल दें, कहीं ऐसा ना हो कि मुझे क्रोध आ जाए । तुमएक शिकारी बिल्कुल नहीं हो ,  किसी भी तरह से !

लोमोव : और क्या आप एक शिकारी हैं ? अगर शिकार पर केवल काऊंट के साथ नजदीकी स्थापित करने के लिए और षड्यंत्र रचने के लिए जाते हैं।ओह ! मेरा दिल आप एक षड्यन्त्रकारी हैं !

शुबुकोव : क्या ? मैं  षड्यन्त्रकारी हूँ ? (चिल्लाता है) बकवास बंद करो।

लोमोव :  एक षड्यंत्रकारी !

शुबुकोव : एक लड़का ,  कुत्ते का पिल्ला !

लोमोव :  बूढ़ा चूहा , एक ढोंगी साधु !

शुबुकोव : बकवास बंद करो वरना मैं तुम्हें काले तीतर की तरह गोली मार दूँगा ! अरे मूर्ख !

लोमोव : हर कोई जानता है कि ………. अरे मेरा दिल ……… तुम्हारी स्वर्गीय पत्नी तुम्हें पीटा करती थी …….मेरे पैर…….. मंदिर……. चिंगारियाँ…. मैं गिरा ……..मैं गिरा।

शुबुकोव :  और तुम तो अपनी नौकरानी के जूतों के नीचे रहते हो !

लोमोव :  यह लो , मेरा दिल फट गया है। मेरे कंधे टूटकर अलग हो गए हैं । मेरा कंधा कहाँ है ?  मैं मर रहा हूँ(एक आराम कुर्सी पर गिर जाता है ) डॉक्टर को बुलाओ ।

शुबुकोव : लड़का !  फूहड़! मूर्ख !  मैं बीमार हूँ (पानी पीता है), बीमार !

नाताल्या : तुम किस किस्म के शिकारी हो ।तुम तो एक घोड़े के ऊपर भी नहीं बैठ सकते हो (अपने पिता से) पापा,  इसे क्या हुआ ? पापा ! देखे, पापा ! (चिल्लाती है)इवान वेसीलविच , वह मर गया है।

शुबुकोव : मैं बीमार हूँ ! मैं साँस नहीं ले सकता हूँ !  हवा !  
[PAGE 156] : नाताल्या : वह मर गया है । (लोमोव को आस्तीन से खींचती है) इवान वेसीलविच !

तुमने मुझे क्या कर दिया है ? वह मर गया है । (एक आराम कुर्सी में गिर जाती है) कोई डॉक्टर बुलाओ,डॉक्टर बुलाओ ! (पागलों की तरह रोने लगती है।)

शुबुकोव : ओह ! क्या हो गया है ? क्या बात है ?

नाताल्या : (रोती है) वह मर गया है…. मर गया है !

शुबुकोव : कौन मर गया है ? (लोमोव की तरफ देखता है) मर ही गया है !  पक्की बात है !  पानी ! डॉक्टर !(एक गिलास उठा कर लोमोव के मुँह के पास लाता है) इसे पी लो ! नहीं, वह पी नहीं रहा है। इसका मतलब है वह मर गया है, और वगैरह-वगैरह ।मैं सभी आदमियों से ज्यादा दुःखी हूँ । मैं अपने दिमाग में एक गोली क्यों नहीं डाल लेता हूँ ? मैंने अभी तक अपना गला क्यों नहीं काटा है ? मैं किस बात की प्रतीक्षा कर रहा हूँ मुझे एक चाकू दे दो ! मुझे एक पिस्तौल दे दो ! (लोमोव हिलता है ) वह होश में आ रहा प्रतीत हो रहा है। कुछ पानी पी लो ! अब ठीक है।

लोमोव :  मुझे तारे दिखाई दे रहे हैं …  धुंध …. मैं कहाँहूँ ?

शुबुकोव : जल्दी करो और विवाह कर लो और….हाँ, तुम्हें शैतान ले जाए ! वह तैयार है ! (वह लोमोव का हाथ पकड़कर अपनी बेटी के हाथ में दे देता है।) वह तैयार है, और वगैरह-वगैरह ।मैं तुम्हें अपना आशीर्वाद देता हूँ और वगैरह-वगैरह ।केबल मुझे चैन में छोड़ दो !

लोमोव  : (ऊपर को उठते हुए)आह ! ? क्या ? किसे ?

शुबुकोव : वह तैयार है ! ठीक है ? अब चूम लो और तुम्हारा बुरा हो।

नाताल्या : (रोते हुए) वह जीवित है …..हाँ, हाँ, मैं तैयार हूँ ।

शुबुकोव : एक – दूसरे को चूमो !

लोमोव : आह ! किसे चुमूँ ? (वेचूमते हैं) बहुत बढ़िया। क्षमा करना, यह सब किसलिए हो रहा है ? ओह,   अब मुझे समझ आने लगा है …..मेरा दिल……. तारे….. मैं प्रसन्न हूँ । नाताल्या स्टीपननोवन …….(उसका हाथ चूमता है) मेरा पाँव सो गया है।

नाताल्या : मैं … मैं  भी खुश हूँ …..

शुबुकोव : उफ़ ! मेरे कंधों से कितना बड़ा भार उतर गया है।

नाताल्या : किंतु अभी आप यह मानेंगे कि गेस स्कूईज़र से घटिया है।

लोमोव :  बढ़िया है !

नाताल्या :  घटिया है !

शुबुकोव : ठीक है ,तुम्हारे जीवन के आनन्द को शुरू करने का यह भी एक तरीका है ।कुछ शैम्पेन (फ्रांस में बनी शराब) ले लो।

लोमोव : वह बढ़िया है ।

नाताल्या : घटिया है ! घटिया है  ! घटिया है !

शुबुकोव : उसे खामोश करने के लिए चिल्लाते हुए)शैम्पेन ! शैम्पेन !

परदा गिर जाता है।

Class 10 English The Proposal NCERT Solutions

Activity – Page No. 142-143

1. The word ‘proposal’ has several meanings. Can you guess what sort of proposal the play is about?

(i)a suggestion, plan or scheme for doing something

(ii) an offer for a possible plan or action?

(iii)the act of asking someone’s hand in marriage

Ans. (iii) the act of asking someone’s hand in marriage

A Russian Wedding

Do you know anything about a Russian marriage ceremony? Read this article about a Russian wedding.

For students: Read the article about Russian Wedding on pages 142-143 of the textbook.

2. Do you think Indian and Russian weddings have any customs in common? With the help of a partner, fill in the table below.

Wedding Ceremonies in Russia and India

Customs similar to Indian ones Customs different from Indian ones
 
  
  
  
  
  
  

 Ans.

Indian and Russian weddings have many customs in common. The information showing it is given as:          

Customs similar to Indian ones Customs different from Indian ones
1. wedding procession1. making posters, writing speeches, organising contests
2. groom coming to bride’s house2. fight involving this
3. honeymoon3. climbing stairs and answering questions, etc.
4. reception4. city tour
5. ‘stealing’ of the shoe5. ceremonial toasting
6. grooms’ paying6. kissing the bride
7. ‘stealing’ of the bride  

Answer: 90-year-old A.K. Hangal, one of Hindi cinema’s most famous character actors, laughingly asked why we wanted to know his age. If people knew he was that old, he would not get work. For his age, he is rather energetic. We asked him what the secret was. He replied that his intake of everything was in small quantities and he walked a lot. He said that he had joined the industry when people retired.
He had been in his 40s. So he did not miss being called a star. He was still respected and given work when actors of his age were living in poverty and without work. He said he did not have any complaints, adding that he had always been underpaid. Recipient of the Padma Bhushan, Hangal never hankered after money or materialistic.

Thinking About the Play (Page 157) 

Question 1: What does Chubukov at first suspect that Lomov has come for? Is he sincere when he later says “And I’ve always loved you, my angel, as if you were my own son”? Find reasons for your answer from the play.
Answer: At first, Chubukov suspected that Lomov had come to borrow money. He was not sincere when he told Lomov that he had always loved him and that he was like his own son. He had decided that he would not give Lomov any money if he tried borrowing from him.
If he truly meant what he had said, then he would not have thought of not giving him money. He said so only because Lomov had come with the proposal to marry his daughter.

Question 2: Chubukov says of Natalya: “… as if she won’t consent! She’s in love; egad, she’s like a lovesick cat…” Would you agree? Find reasons for your answer.
Answer: Chubukov thought that Lomov was a good marriage prospect for his daughter. He had been waiting for this proposal. When Lomov expressed his doubt regarding Natalya’s consent to the proposal, Chubukov immediately told him that she was in love with him.
However, this was not true. Natalya did not seem to be in love with Lomov at any point in the play. It seemed like she was more attached to her land, meadows and dogs than to Lomov. In fact, the way they kept getting into arguments about trivial matters suggests that neither Lomov nor Natalya was in love with the other.

Question 3:

(i) Find all the words and expressions in the play that the characters use to speak about each other, and the accusations and insults they hurl at each other. (For example, Lomov, in the end, calls Chubukov an intriguer; but earlier, Chubukov has himself called Lomov a “malicious, double-faced intriguer.” Again, Lomov begins by describing Nayalya as “ an excellent housekeeper, not bad-looking, well-educated.”)

(ii) Then think of five adjectives or adjectival expressions of your own to  describe each character in the play.

(iii) Can you now imagine what these characters will quarrel about next?

Answer: (i) Several words and expressions have been used by the characters to describe each other. Some of them are as follows:

Chubukov: grabber; intriguer; old rat; Jesuit

Natalya: a lovesick cat; an excellent housekeeper; not bad-looking, well-educated.

Lomov: a good neighbour; a friend; impudent; pettifogger; a malicious, double-faced intriguer; a rascal; blind hen; turnip-ghost; a villain; a scarecrow; monster; the stuffed sausage; the wizen-faced frump; boy; pup; milksop; fool

(ii)    Lomov: showy, weak-hearted, diffident, stupid, idiotic, quarrelsome,etc.

Natalya: quarrelsome, nagging, foolish, unwise, immature etc.

Chubukov: mean, low-minded, abusive, quarrelsome, insensible

(iii) Next, they will tight about the arrangements to be made for marriage.

Thinking about Language – Page No.157

1. This play has been translated into English from the Russian original. Are there any expressions or ways of speaking that strike you as more Russian than English? For example, would an adult man be addressed by an older man as my darling or my treasure in an English play?
Read through the play carefully, and find expressions that you think are not used in contemporary English, and contrast these with idiomatic modern English expressions that also occur in the play.

Ans.

1.The following expressions or ways of speaking strike as more Russian than English :

Like a lovesick cat, honoured Natalya Stepanovna, pettifogger, malicious, double-faced intriguer, rascal, The villain! The scarecrow! The stuffed sausage! The wizen-faced frump! Pup! And you’re under the slipper of your house-keeper!
She’s willing, kiss and be damned to you.
These insulting words and phrases used in the play are not used in contemporary English. These expressions are contrasted with the ones like: ‘villain’. ‘buffoon’. ‘ostrich’. ‘pig’. ‘swine’. ‘fool’, ‘dog, ‘devil’, ‘scoundrel’, ‘bitch’, etc.

2.Look up the following words in a dictionary and find out how to pronounce them. Pay attention to how to marry syllables there are in each word, and find  out which syllable is stressed, or said more forcefully.

palpitationsinterfereimplorethoroughbred
pedigreeprincipleevidencemisfortune
maliciousembezzlementarchitectneighbours
accustomed  temporarybehaviourdocuments

Ans.

palpitations =   / ‘p@lpi’tOonz/ (4 syllables) (‘t is stressed and said more forcefully.

pedigree =       / ‘pedigri: /                    (2 syllables)(2 syllables)(‘p-do-)

malicious =      / m[‘lio{s /                     (2 syllables)(2 syllables)(1-do-)

accustomed = /[k^st[md /                   (4 syllables)(‘k is stressed and said more forcefully.)

interfere =       / Int[‘fi( (r) /                  (3 syllables)) (‘f-do)

principle =       / ‘prins{ pl /                   (2 syllables)(‘p o-do)

embezzlement = / imbezlment /         (3 syllables)(‘b-do-)

temporary =/ lempr[ ri /                       (3 syllables)(‘t-do-)

 implore = / im’pl0:(r) /                         (2 syllables)(‘p-do-)

evidence =/ ‘evid(ns /              (2 syllables)(‘e-do-)

architect =/ ‘a:kitekt /              (2 syllables)(‘a-do-)

 behaviour =/ bi’heivj((r)                      (2 syllables)(‘h-do-)

 thoroughbred = / ‘T^rbred /                (2 syllables) (‘-e-do)

misfortune =      / mis’fO:tOu:n /         (3 syllables)(‘f-do)

neighbours =/ ‘neib{(r)% /                   (2 syllables)(‘n-do-)

 documents = / ‘dj kjum[nt /                (2 syllables)(‘d-do-)

3.Look up the following phrases in a dictionary to find out their meaning, and then use each in s sentence of your own.

(i) You may take it that

(ii) He seems to be coming round

(iii) My foot’s gone to sleep.

Ans.

(i) You may take it that = You may understand that.

You may take it that cannot tolerate your impudent behaviour.

(ii) He seems to be coming round = He seems to be understanding.

Previously he always opposed me. But now he seems to be coming round what I said.

(iii) My foot’s gone to sleep = I foot has become numb.

I have been squatting for a long time. My foot has gone to sleep.

II.Reported Speech

A sentence in reported speech consists of two pans: a reporting clause, which contains the reporting verb, and the reported clause. Look at the following sentences.

(a) “I went to visit my grandma last week,” said Mamta.

(b) Mamta said that she had gone to visit her grandma the previous week.

In sentence (a), we have Mamta’s exact words. This is an example of direct speech sentence.

(b), someone is reporting what Mamta said. This is called indirect speech or reported speech. A sentence in reported speech is made up of two parts—a reporting clause and a reported clause.

In sentence (b), Mamta said is the reporting clause containing the reporting verb said. The other clause—that she had gone to visit her grandma last week—is the reported clause.

Notice that in a sentence (b) we put the reporting clause first. This is done to show that we are not speaking directly, but reporting someone else’s words. The tense of the verb also changes; past tense (went) becomes past perfect (had gone).

Here are some pairs of sentences in direct and reported speech. Read them carefully, and do the task that follows :

1.(i) LOMOV: Honoured Stepan Stepanovitch, do you think I may count on her consent? (Direct Speech)

(ii) Lomov asked Stepan Stepanovitch respectfully if he thought he might count on her consent. (Reported Speech)

2. (i) LOMOV: I’m getting a noise in my ears from excitement. (Direct Speech)

(ii) LOMOV said that he was getting a noise in his ears from excitement. (Reported Speech)

3. (i) NATALYA: Why haven’t you been here for such a long time? (Direct Speech)

(ii)  Natalya Stepanovna asked why he hadn’t been there for such a long time. (Reported Speech)

4. (i) CHUBUKOV: What’s the matter? (Direct Speech)

(ii) Chubukov asked him what the matter was. (Reported Speech)

  5. (i) NATALYA: My mowers will be there this very day! (Direct Speech)

   (ii) Natalya Stepanovna declared that her mowers would be there that very day.

(Reported Speech)

You must have noticed that when we report someone’s exact words, we have to make some changes in the sentence structure. In the following sentences fill in the blanks to list the changes that have occurred in the above pairs of sentences. One has been done for you.

To report a question, we use the reporting verb asked (as in Sentence Set I).

1. To report a statement, we use the reporting verb ___

2. The adverb of place here changes to ____

3. When the verb indirect speech is in the present tense, the verb in reported speech is in the____ tense (as in Sentence Set 3).

4. If the verb indirect speech is in the present continuous tense, the verb in reported speech changes to___ tense. For example,_____ changes to was getting.

5. When the sentence in direct speech contains a word denoting respect, we add the adverb _____in the reporting clause (as in Sentence Set I).

6. The pronouns I, me, our and mine, which are used in the first person indirect speech. change to second person pronouns such as____,_____,______ Or______in reported speech.

Ans : 1.declared

2. there

3. past

4. past continuous …..is getting

5. respectively

6. he. him, their or his

 III. Here is an excerpt from an article from the Times of India dated 27 August 2006. Rewrite it changing the sentences in direct speech into reported speech. Leave the other sentences unchanged.

“Why do you warn to know my age? If people know I am so old. I won’t get work !” laughs 90-years, old A.K. Hangal, one of Hindi cinema’s most famous character actors. For his age, he is rather energetic. “What’s the secret ?” we ask. “My intake of everything is in small quantities. And I walk a lot”, he replies. “I joined the industry when people retire. I was in my 40s. So I don’t miss being called a star. I am still respected and given work when actors of my age are living in poverty and without work. I don’t have any complaints,” he says, adding, “but yes, I have always been underpaid.” Recipient of the Padma Bhushan Hangal never hankered after money or materialistic gains. NO doubt I am content today, but money. is important. I was a fool not to understand the value of money earlier,” he regrets.

Answer :

90-year-old A.K. Hangal, one of Hindi cinema’s most famous character actors laughs asking the interviewer why he wants to know his age, adding that if people know he is so old, he won’t get work. For his age, he is rather energetic. They ask him what the secret is. He replies that his intake of everything is in small quantities and he walks a lot. He further states that he joined the industry when people retire. He was in his 40s. So he doesn’t miss being called a star. He is still respected and given work when actors of his age are living in poverty and without work. He doesn’t have any complaints, he says, adding that he has always been underpaid. Recipient of The Padma Bhushan, Hangal never hankered after money or materialistic gains. He regrets that no doubt he is content today but money is important. He was a fool not to understand the value of money earlier.

 Speaking and Writing – Page No.159

1.Anger Management: As adults, one important thing to learn is how to manage our temper. Some of us tend to get angry quickly, while others remain calm. Can you think of three ill effects that result from anger? Note them down. Suggest ways to avoid losing your temper in such situations. Are there any benefits from anger?

Ans     There is many ill effects of anger. Some of them are as follows :

(a) Anger increases blood pressure.

(b) It accelerates the heartbeat.

(c) It causes harm to the body.

(d) Sometimes, out of anger one may commit a deed for which he repents later.

In order to control our anger, we must speak as little as possible in a conversation. We must listen to the other fellow and let him speak. You must say to yourself. “most of what he says is  nonsense.” You should think that the other fellow wants to harm you by making you angry. Yoll should not allow him to make you a victim. Moreover, anger leads to anger. If you remain calm’ the other fellow will also become calm after some time.

2. In pairs, prepare a script based on the given excerpt from The Home and the World by Rabindranath Tagore. You may write five exchanges between the characters with Ail directions such as movements on stage and way of speaking, etc.

One afternoon, when I happened to be especially busy, word came to my office room that Bimala had sent for me. I was startled.
“Who did you say had sent for me ?” I asked the messenger.
“The Rani Mother”.
 “The Bara Rani ?”
“No. sir, the Chona Rani Mother ”
The Chow Rani! It seemed a century since I had been sent for by her. I kept them all waiting there, and went off into the inner apartments. When I stepped into our room I had another shock of surprise to find Bimala there with a distinct suggestion of being dressed up. The room, which from persistent neglect, had latterly acquired an air of having grown absent-minded, had regained something of its old order this afternoon. I stood there silently, looking enquiringly at Bimala.
She flushed a little and the fingers of her right hand toyed for a time with the bangles on her left arm. Then she abruptly broke the silence. “Look here! Is it right that ours should be the only market in all Bengal which allows foreign goods ?”
 “What, then, would be the right thing to do ?” I asked.
“Order them to be cleared out!”
“But the goods are not mine.”
“Is not the market yours ?”
“It is much more theirs who use it for trade.”
“Let them trade in Indian goods, then.”
“Nothing would please me better. But suppose they do not ?”
“Nonsense! How dare they be so insolent? Are you not….”
“I am very busy this afternoon and cannot stop to argue it out. But I must refuse to tyrannise.” “It would not be tyranny for selfish gain, but for the sake of the country.”
“To tyrannise for the country is to tyrannise over the country. But that I am afraid you will never understand.” With this, I came away.

Ans.    For an attempt at group and class level.

3. In groups, discuss the qualities one should look for in a marriage partner. You might consider the following points.

  • Personal qualities

— Appearance or looks

— Attitudes and beliefs

— Sense of humour

  • Value system

— Compassion and kindness

— Tolerance, ambition

— Attitude to money and wealth

  • Education and professional background

Ans.

(a) Personal qualities :

(i) The marriage partner should be good looking. But inner qualities are more important than outer looks.

(ii) His or her attitudes and beliefs should be healthy and constructive.

(iii) He or she must have a healthy sense of humour.

(b) Value System :

(i) The partner must be kind towards all. There should be no streak of cruelty in him or her.

(ii) The Marriage partner must have tolerance and ambition to rise high in life.

(iii) The marriage partner should have a balanced attitude towards money. He or She should neither be stingy or a spendthrift.

(c) Education and professional background :

The marriage partner must have good educational or professional qualifications.

4. Are there parts of the play that reminds you of film scenes from romantic comedies? Discuss this in groups, and recount to the rest of the class episodes similar to those in the play.

Ans.

For discussion in groups and at the class level. The student may consider romantic comedy films like ‘Chalti Ka  Naam Gaadi.”Padosan’. ‘Shriman 420″ Hera Pheri’, Hangama’, etc.

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