बच्चों की पढ़ने और समझने की क्षमता को सुधारने के लिए Hindi passage for Class 2 बहुत फायदेमंद होते हैं। सरल और रोचक कहानियाँ बच्चों को सीखने में मदद करती हैं और उनकी शब्दावली को बढ़ाती हैं।
Table of Contents
इस पोस्ट में आपको 20+ हिंदी अपठित गद्यांश मिलेंगे, जो आसान भाषा और मज़ेदार विषयों पर आधारित हैं। हर पैसेज के साथ प्रश्न और उत्तर दिए गए हैं ताकि बच्चे आसानी से अभ्यास कर सकें। साथ ही, PDF डाउनलोड करने की सुविधा भी उपलब्ध है।
आइए, पढ़ाई को आसान और मज़ेदार बनाएं!
गद्यांश – 1 मज़ेदार बारिश का दिन
एक दिन अचानक बादल आ गए और जोरदार बारिश शुरू हो गई। बच्चे बहुत खुश हुए और बाहर खेलकर बारिश का मज़ा लेने लगे।

गद्यांश – 2 बस का मज़ेदार सफर
एक दिन मैं अपने माता-पिता के साथ बस में सफर पर गया। रास्ते में मैंने कई चीजें देखीं और सफर का खूब आनंद लिया

गद्यांश – 3 मेरे प्यारे दादा जी
मेरे दादा जी बहुत अच्छे हैं। वह कहानियाँ सुनाते हैं, मेरे साथ खेलते हैं और मुझे अच्छी बातें सिखाते हैं। मुझे उनके साथ समय बिताना बहुत अच्छा लगता है।

गद्यांश – 4 मेरी प्यारी माँ
मेरी माँ बहुत प्यार करने वाली और मेहनती हैं। वह मेरा ख्याल रखती हैं, स्कूल के लिए तैयार करती हैं और कहानियाँ भी सुनाती हैं। मुझे मेरी माँ बहुत अच्छी लगती हैं

गद्यांश – 5 मेरा सुंदर स्कूल
मेरा स्कूल बहुत बड़ा और सुंदर है। यहाँ कई कमरे, एक बड़ा मैदान और एक लाइब्रेरी है। हमारे शिक्षक हमें प्यार से पढ़ाते हैं और अच्छी बातें सिखाते हैं। मुझे मेरा स्कूल बहुत पसंद है।

गद्यांश – 6 ईमानदार लकड़हारा
रामू एक गरीब लकड़हारा था, जो लकड़ी काटकर बेचता था। एक दिन उसकी कुल्हाड़ी नदी में गिर गई, लेकिन उसने ईमानदारी दिखाई। देवता उसकी सच्चाई से खुश होकर उसे तीनों कुल्हाड़ियाँ दे देते हैं।

गद्यांश – 7 : सच्चा मित्र
राजू और मोहन अच्छे दोस्त थे। जंगल में अचानक भालू आ गया तो राजू पेड़ पर चढ़ गया, लेकिन मोहन को अकेला छोड़ दिया। मोहन ने समझदारी से अपनी जान बचाई और सच्ची दोस्ती का मतलब भी सीख लिया।

गद्यांश – 8 : खट्टे अंगूर
एक भूखी लोमड़ी खाने की तलाश में थी। उसे अंगूर दिखे, लेकिन बहुत ऊँचाई पर थे। उसने बार-बार छलांग लगाई, लेकिन सफल नहीं हुई। अंत में, हारकर उसने कहा, “ये अंगूर खट्टे हैं” और चली गई।

गद्यांश – 9 : सच्ची मदद
राहुल स्कूल से लौट रहा था, तभी उसने देखा कि एक बूढ़े आदमी का सामान गिर गया है। किसी ने मदद नहीं की, लेकिन राहुल ने तुरंत आगे बढ़कर उनकी मदद की। बूढ़े आदमी ने उसे आशीर्वाद दिया और कहा कि सच्ची मदद हमेशा याद रहती है।

गद्यांश – 10 : ईमानदारी की सीख
रवि एक ईमानदार लड़का था। उसे रास्ते में एक पर्स मिला, जिसमें पैसे और पहचान पत्र था। उसने ईमानदारी दिखाते हुए पर्स लौटाने की कोशिश की। जब असली मालिक मिला, तो वह बहुत खुश हुआ और रवि की ईमानदारी की सराहना की।
