NCERT Solutions for Class 9 Hindi Sparsh Chapter – 3 एवरेस्ट: मेरी शिखर यात्रा

By | March 13, 2021
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NCERT Solutions for Class 9 Hindi Kshitiz Chapter 3 एवरेस्ट: मेरी शिखर यात्रा यहाँ सरल शब्दों में दिया जा रहा है|  NCERT Hindi book for class 9 Sparsh Solutions के Chapter 3 एवरेस्ट: मेरी शिखर यात्रा को आसानी से समझ में आने के लिए हमने प्रश्नों के उत्तरों को इस प्रकार लिखा है की कम से कम शब्दों में अधिक से अधिक बात कही जा सके| इस पेज में आपको NCERT solutions for class 9 hindi Sparsh दिया जा रहा है|

NCERT Solutions for Class 9 Hindi Sparsh Chapter 3 एवरेस्ट: मेरी शिखर यात्रा  

 bachendri pal

अभ्यास प्रश्न

मौखिक

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एकदो पंक्तियों में दीजिए

1.अग्रिम दल का नेतृत्व कौन कर रहा था?

उत्तर:- अग्रिम दल का नेतृत्व उपनेता प्रेमचंद कर रहे थे।

2. लेखिका को सागरमाथा नाम क्यों अच्छा लगा?

उत्तर:- नाम्चे बाजार पहुंचकर जब लेखिका ने एवरेस्ट को पहली बार देखा और नेपाली लोगों के मुँह से इसका नाम सागरमाथा सुना तो उन्हें यह नाम अच्छा लगा क्यूंकि सागर तक फैले इसके मैदानी क्षेत्रों में यह माथे की तरह ऊँचा है |

3. लेखिका को ध्वज जैसा क्या लगा?

उत्तर:- लेखिका को दूर से देखने परदूर से देखने परएक बड़े भारी बर्फ़ का बड़ा फूल  ध्वज जैसा लगा।

एवरेस्ट: मेरी शिखर यात्रा

4. हिमस्खलन से कितने लोगों की मृत्यु हुई और कितने घायल हुए?

उत्तर:- हिमस्खलन से सोलह शेरपा कुलियों में से एक की मृत्यु हो गई थी और चार घायल हो गए थे।

5. मृत्यु के अवसाद को देखकर कर्नल खुल्लर ने क्या कहा?

उत्तर:- मृत्यु को देखकरकर्नल खुल्लर ने कहा कि  एवेरेस्ट यात्रा जैसे महान अभियान में मनुष्य को मृत्यु को सहज भाव से स्वीकार करना चाहिए।

6. रसोई सहायक की मृत्यु कैसे हुई?

उत्तर:- जलवायु अनुकूल न होने के कारण रसोई सहायक की मृत्यु हुई थी।

7. केंपचार कहां और कब लगाया गया?

उत्तर:- कैंप 7900 मीटर पर 29 अप्रैल को लगाया गया था।

8. लेखिका ने शेरपा कुली को अपना परिचय किस तरह दिया?

उत्तर:- लेखिका ने शेर्पा कुली को अपना परिचय यह कर दिया कि  वे बिलकुल ही नौसिखिया हैं और एवेरेस्ट उनका पहला अभियान है।

9. लेखिका की सफलता पर कर्नल खुल्लर ने किन शब्दों में बधाई दी?

उत्तर:- “मैं तुम्हारी इस अनूठी उपलब्धि के लिए तुम्हारे माता-पिता को बधाई देना चाहूँगा देश को तुम पर गर्व है और अब तुम ऐसे संसार में जाओगी जो तुम्हारे अपने पीछे छोड़े हुए संसार से एकदम भिन्न होगा। ” लेखिका की सफलता पर कर्नल खुल्लर ने उसे इन शब्दों में बधाई दी।

लिखित

() निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए

1. नजदीक से एवरेस्ट को देखकर लेखिका को कैसा लगा?

उत्तर:- नजदीक से एवरेस्ट को देखने पर लेखिका भौचक्की रह गई और वही आश्चर्यचकित होकर खड़ी-खड़ी एवरेस्ट लहोत्से और नुत्से की ऊंचाइयों से घिरी, बर्फीली टेढ़ी-मेढ़ी नदी को निहारती रही।

2. डॉ. मीनू मेहता ने क्या जानकारियां दी?

उत्तर:- डाक्टर मीनू मेहता ने निम्नलिखित जानकारियां दी –

एलुमिनियमकीसीढियोंसेअस्थायीपुलकोबनानेकेबारेमेंबताया |

लट्ठों और रस्सियों के उपयोग के बारे में बताया |

बर्फ की आड़ी तिरछी दीवारों पर रस्सियों को बांधने के बारे में बताया |

आगे गए दल द्वारा किये गये अभियांत्रिकी कार्यों के बारे में बताया |

3. तेनजिंग ने लेखिका की तारीफ में क्या कहा?

उत्तर:- तेनजिंग ने लेखिका की तारीफ करते हुए कहा कि वे एक पक्की पर्वतीय लड़की है, उन्हें जरुर सफलता मिलेगी और वे जरूर अपने पहले ही प्रयास में शिखर पर पहुंच जाएंगी।

4. लेखिका को किनके साथ चढ़ाई करनी थी?

उत्तर:- लेखिका को अपने दल के साथ चढ़ाई करनी थी।  उनके दल में  जय और मीनू थे।

5. लोपसांग ने तंबू का रास्ता कैसे साफ किया?

उत्तर:- लोपसांग अपनी स्विस छुरी की मदद से लेखिका के तम्बू का रास्ता साफ़ करने में सफ़ल  हो गया था।

6. साउथ कोल कैंप पहुंचकर लेखिका ने अगले दिन की महत्वपूर्ण चढ़ाई की तैयारी कैसे शुरू की?

उत्तर:- लेखिका साउथ कोल कैंप पहुँचकर दुसरे दिन की चढाई के लिए खाना, कुकिंग गैस और कुछ ऑक्सीजन सिलेंडर अपने साथ ले ली।

() निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए

1. उपनेता प्रेमचंद ने किन स्थितियों से अवगत कराया?

उत्तर:- प्रेमचंद ने खंभु हिमपात की स्थिति से सबको अवगत कराया। 6000 मी. की ऊँचाई पर कैंप था, हिमपात स्थल के ठीक ऊपर का रास्ता साफ़ कर दिया गया , उन्होंने कहा बर्फ का गिरना अभी तक जारी है और आशंका यह हैं कि पुनः रास्ता बंद हो सकती है और उसे फिर से खोलना पड़ेगा।

2. हिमपात किस तरह होता है और उससे क्याक्या परिवर्तन आते हैं?

उत्तर:- पहाड़ी की ऊँची-ऊँची चोटियों पर हिमपात अनियमित ढंग से होता है और इसमें अनिश्चित बदलाव होते रहते हैं। अनियमित रूप से बरफ़ का गिरना ही हिमपात है। तेज हवा चलने से हिमपात की मात्रा बढ़ जाती है। सूखी बरफ़ हवा में उड़ने लगती है तथा दृश्यता शून्य तक पहुँच जाती है। इससे सारी परिस्थितियाँ बदल जाती हैं।

3. लेखिका के तंबू में गिरी बर्फ पिंड का वर्णन किस तरह किया गया है?

तंबू में गिरी बर्फ पिंड

उत्तर:- करीब  रात के  12.30 बजे जब  लेखिका अपने तम्बू में गहरी नींद में सो रही थीं तभी एक सख्त चीज़ लेखिका के सिर के पिछले हिस्से से टकराई, जिस कारण की नींद टूट गई। जब उन्होंने देखा कि क्या चीज उनके सर से टकराई तो उन्हें पता चला कि एक लंबा बर्फ़ पिंड ल्होत्से ग्लेशियर से टूटकर कैंप के ऊपर आ गिरा था।  वह अत्यंत तेज़ गति के साथ और गर्जना के साथ गिरा था।   इस बर्फीले पिंड से सब को चोट तो लगी पर मृत्यु किसी की भी नहीं हुई बर्फीले पिंड ने पूरी तंबू को नष्ट कर दिया।

4. जय लेखिका को देखकर हक्काबक्का क्यों रह गया?

उत्तर:- लेखिका को देखकर जया हक्का-बक्का इसलिए रह गया था क्योंकि इतने मुश्किल रास्ते और इतनी ठंडी हवाओं के बावजूद लेखिका उनकी मदद के लिए वापस नीचे आई। उन्होंने अपने दल के सदस्यों को जूस और चाय पिलाकर मदद के लिए अपनी जान जोखिम में डाली।

5. एवरेस्ट पर चढ़ने के लिए कुल कितने कैंप लगाए गए? उनका वर्णन कीजिए।

उत्तर:- एवरेस्ट पर चढ़ने के लिए कुल 5 कैंप लगाए गए।

कैंप 1: यह 6000 मीटर पर, हिमपात के ठीक ऊपर था। दल के सभी सदस्यों ने यहां तक अपना सामान ढोकर इकट्ठा किया था।

कैंप 2: यह चढ़ाई के रास्ते में था, जहां कैंप-3 में हुई दुर्घटना के बाद बचाव दल घायलों को लेकर आया था।

कैंप 3:यह लहोत्से की बर्फीली सीधी ढलान पर लगाया गया था। जब लेखिका और उनका दल इस कैंप में थे तब ल्होत्से ग्लेशियर से टूटकर एक हिमकुंज उनके कैंप पर गिरा था।

कैंप 4:यह 7900 मीटर पर था

साउथ कोल कैंप: यह कैंप जेनेवा स्पर की चोटी से कुछ ऊपर था, जो पृथ्वी पर बहुत अधिक कठोर जगह के नाम से प्रसिद्ध है।

शेखर कैंप: यह दक्षिणी-शिखर के ठीक नीचे लगाया गया था।

6. चढ़ाई के समय एवरेस्ट की चोटी की स्थिति कैसी थी?

एवरेस्ट की चोटी

उत्तर:- बर्फ जमी होने के कारण रास्ता सीधा और ढलाऊ था।   चट्टानें  सख्त एवं भुरभुरी थीं , जैसे शीशे की चादरें बिछीं हों।  बर्फ को काटने के लिए फावड़े का इस्तेमाल करना पड़ा।  हवा की गति बढ़ने के कारण बर्फ के कण चारों ओर  उड़ रहे थे जिससे आगे का कुछ भी दिखाई नहीं पड़ रहा था।  पर्वत की चोटी बहुत तंग थी इसलिए सिर्फ एक व्यक्ति ही वहां खड़ा हो सकता था।  ढलान में खड़ा रहना असुरक्षित था इसलिए पर्वतारोहियों ने फावड़े की मदद से बर्फ तोड़कर आगे जाने का रास्ता बनाया।

7. सम्मिलित अभियान में सहयोग एवं सहायता की भावना का परिचय बचेंद्री के किस कार्य से मिलता है?

उत्तर:- इस सम्मिलित अभियान में सहयोग एवं सहायता की भावना का परिचय बचेंद्री ने तब दिया जब वे अपने दल के सदस्यों की सहायता के लिए साउथ कोल कैंप से वापस नीचे गई। मीनू ने उन्हें रोकने की कोशिश भी की, लेकिन जवाब में उन्होंने कहा कि वे भी उनकी तरह एक पर्वतारोही है और शारीरिक रूप से बिल्कुल ठीक है; इसलिए यह उनका फर्ज बनता है कि वे अपने दल के सदस्यों की मदद करें।

() निम्नलिखित के आशय स्पष्ट कीजिए

1. एवरेस्ट जैसे महान अभियान में खतरों को और कभीकभी तो मृत्यु भी आदमी को सहज भाव से स्वीकार करनी चाहिए।

उत्तर:- एवरेस्ट अभियान के रास्ते में इतने खतरे होते हैं कि किसी भी समय आरोहियों के जीवन में खतरा उत्पन्न हो सकता है। इस अभियान में यह कहना काफी मुश्किल है कि आरोहियों की जान नहीं जा सकती। इस अभियान में वही  लोग सफल हो सकते है, जो खतरों से खेलना जानते है और खतरों के समय धीरज धारण कर सकते है।

2. सीधे धरातल पर दरार पड़ने का विचार और इस दरार का गहरेचौड़े हिमविदर में बदल जाने का मात्र ख्याल ही बहुत डरावना था। इससे भी ज़्यादा भयानक इस बात की जानकारी थी कि हमारे संपूर्ण प्रयास के दौरान हिमपात लगभग एक दर्जन आरोहियों और कुलियों को प्रतिदिन छूता रहेगा।

उत्तर:- हिमपात होने से कभी-कभी धरती में ही दरार पड़ जाती है। यह दरार इतनी गहरी और चौड़ी हो जाती है कि धरती फट जाती है। उसके बीच गहरी खाई-सी बन जाती है। यह विचार आते ही मन में बहुत डर लगता है। इससे भी भयानक यह जानकारी थी कि जितने समय तक ये पर्वतारोही और कुली चढाई अभियान पर रहेंगे, हिमपात होता रहेगा और बर्फ गिरने की भयानक घटनाएँ होती रहेंगी। यह हिमपात पर्वतारोहियों के शरीर को छूता रहेगा।

3. बिना उठे ही मैंने अपने थैले से दुर्गा मां का चित्र और हनुमान चालीसा निकाला। मैंने इनको अपने साथ लाए लाल कपड़े में लपेटा, छोटीसी पूजाअर्चना की और इनको बर्फ़ में दबा दिया। आनंद के इस क्षण में मुझे अपने मातापिता का ध्यान आया।

उत्तर:- लेखिका जब एवरेस्ट की चोटी पर पहुंची, तब वे घुटनों के बल बैठी उन्होंने अगर इसका माथा चूमा और कुछ पूजा अर्चना की। बहुत खुश थी और उन्हें अपने माता-पिता का स्मरण आया। वह क्षण उनके लिए बहुत ही गौरवपूर्ण था क्योंकि वह भारत की पहली ऐसी महिला थी जो एवरेस्ट के शिखर पर पहुंची थी।

इस पेज में आपको NCERT solutions for class 9 hindi Sparsh दिया जा रहा है| हिंदी स्पर्श के दो भाग हैं | Hindi Sparsh स्पर्श भाग 1 सीबीएसई बोर्ड द्वारा class 9th के लिए निर्धारित किया गया है | इस पेज की खासियत ये है कि आप यहाँ पर ncert solutions for class 9 hindi Sparsh pdf download भी कर सकते हैं| we expect that the given class 9 hindi Sparsh solution will be immensely useful to you.

भाषाअध्ययन

1.इस पाठ में प्रयुक्त निम्नलिखित शब्दों की व्याख्या पाठ का संदर्भ देकर कीजिए

निहारा है, धसकना, खिसकना, सागरमाथा, जायज़ा लेना, नौसिखिया।

उत्तर:-निहारा है: मनमोहक वस्तु या नज़ारे को आनंदित होकर देखते रहना।

धसकना: किसी जगह सही धरती का दबने की वजह से गड्ढा हो जाना।

खिसकना: अपनी जगह से हटकर दूसरी जगह हो जाना।

सागरमाथा: नेपाली भाषा में एवरेस्ट चोटी का नाम।

जायज़ा लेना: निरीक्षण करना।

नौसिखिया: क्या शब्द बचेंद्री ने अपने लिए प्रयुक्त किया था इसका अर्थ है वह व्यक्ति जो नया-नया सीखने वाला हो।

2. निम्नलिखित पंक्तियों में उचित विराम चिन्ह का प्रयोग कीजिए

(). उन्होंने कहा तुम एक पक्की पर्वतीय लड़की हो तुम्हें तो शिखर पर पहले ही प्रयास में पहुंच जाना चाहिए

(). क्या तुम भयभीत थी

(). तुमने इतनी बड़ी जोखिम क्यों ली बचेंद्री

उत्तर:- () उन्होंने कहा,”तुम एक पक्की पर्वतीय लड़की लगती हो। तुम्हें तो शिखर पर पहले ही प्रयास में पहुँच जाना चाहिए।”

() ”क्या तुम भयभीत थीं”?

() ”तुमने इतनी बड़ी जोखिम क्यों ली? बचेंद्री”

3. निम्नलिखित शब्दयुग्मों का वाक्य में प्रयोग कीजिए

टेढ़ीमेढ़ी, हक्काबक्का, गहरेचौड़े, इधरउधर, आसपास, लंबे चौड़े।

उत्तर:- (). टेढ़ी-मेढ़ी: एवरेस्ट की बर्फीली चोटियाँ बर्फ की टेड़ी मेढ़ी नदी सी लग रही थी |

(). हक्का-बक्का: अचानक सेना द्वारा घेरे जाने से आतंकवादी हक्के बक्के रह गये |

(). गहरे-चौड़े: सड़क के दोनों तरफ गहरे-चौड़े नाले है।

(). इधर-उधर: काम न मिलने की वजह से वह सारे दिन इधर-उधर घूमता फिरता है।

(ड़). आस-पास: उनके घर के आस-पास बहुत सारे पेड़-पौधे है।

(). लंबे-चौड़े: पहले की बात कुछ और थी अब वहां लंबी-चौड़ी सड़क बन चुकी है।

4. उदाहरण के अनुसार विलोम शब्द बनाइए

उदाहरण: अनुकूल – प्रतिकूल

नियमित, विख्यात, आरोही, निश्चित, सुंदर।

उत्तर:- नियमित – अनियमित

विख्यात – कुख्यात

आरोही – अवरोही

निश्चित – अनिश्चित

सुंदर – कुरूप।

5. निम्नलिखित शब्दों में उपयुक्त उपसर्ग लगाइए

पुत्र, वास, व्यवस्थित, कूल, गति, रोहण, रक्षित।

उत्तर:- पुत्र – कुपुत्र

वास – प्रवास

व्यवस्थित – अव्यवस्थित

कुल – प्रतिकूल

गति – प्रगति

रोहण – आरोहण

रक्षित – सुरक्षित

6. निम्नलिखित क्रियाविशेषण ओं का उचित प्रयोग करते हुए रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए

(अगले दिन, कम समय में, कुछ देर बाद, सुबह तक)

(). मैं…….. यह कार्य कर लूंगा।

(). बादल घिरने के ………….ही वर्षा हो गई।

(). उसने बहुत…………इतनी तरक्की कर ली।

(). नाड‌्केसा को………..गांव जाना था।

उत्तर:- (). मैं सुबह तक यह कार्य कर लूंगा।

(). बादल घिरने के कुछ देर बाद ही वर्षा हो गई।

(). उसने बहुत कम समय में इतनी तरक्की कर ली।

(). नाड‌्केसा को अगले दिन गांव जाना था।

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