NCERT Solutions for Class 9 Hindi Sparsh Chapter – 14 अग्नि पथ

By | March 5, 2021
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NCERT Solutions for Class 9 Hindi sparsh Chapter 14 अग्नि पथ यहाँ सरल शब्दों में दिया जा रहा है|  NCERT Hindi book for class 9 Sparsh Solutions के Chapter 14 अग्नि पथ को आसानी से समझ में आने के लिए हमने प्रश्नों के उत्तरों को इस प्रकार लिखा है की कम से कम शब्दों में अधिक से अधिक बात कही जा सके| इस पेज में आपको NCERT solutions for class 9 hindi Sparsh दिया जा रहा है|

NCERT Solutions for Class 9 Hindi Sparsh Chapter 14 अग्नि पथ

प्रश्न अभ्यास

1.निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए

() कवि ने ‘अग्नि पथ’ किसके प्रतीक स्वरुप प्रयोग किया है?

उत्तर:- कवि ने ‘अग्नि पथ’ संघर्षपूर्ण व कठीन रास्तों के प्रतीक स्वरुप प्रयोग किया है क्योंकि मनुष्य का जीवन विभिन्न बाधाओं से भरा होता है। हर मनुष्य को अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए अग्नि-पथ के समान मुश्किल रास्ते पर चलना पड़ता है।

() ‘माँग मत’, ‘कर शपथ’, ‘लथपथ’ इन शब्दों का बारबार प्रयोग कर कवि क्या कहना चाहता है?

उत्तर:- कभी नहीं शब्दों का प्रयोग बार-बार इसलिए किया है क्योंकि मनुष्य के जीवन में बहुत सारी कठिनाइयां आती है जिस कारण मनुष्य दूसरों से सहायता मांगता है परंतु कभी है कहता है कि दूसरों से मांग मत खुद खून में लथपथ होकर कठिनाइयों का सामना कर।

() ‘एक पत्रछाह भी माँग मत’ इस पंक्ति का आशय स्पष्ट कीजिए।

उत्तर:- एक पत्र-छाँह भी माँग मत’ का आशय है कि मनुष्य जब कठिनाइयों से लगातार संघर्ष करता है तो थककर, निराश होकर संघर्ष का मार्ग त्यागकर सुख की कामना करने लगता है तथा सुख पाकर लक्ष्य प्राप्ति को भूल जाता है, अतः मंजिल मिले बिना सुख की लालसा नहीं करना चाहिए।

2.निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए

() तू न थमेगा कभी

तू न मुड़ेगा कभी

उत्तर:- इन पंक्तियों के द्वारा कवि कहना चाहता है कि जीवन कष्टों से भरा पड़ा है परंतु व्यक्ति को इन कष्टों से जूझकर सदा आगे बढ़ते रहना चाहिए। उन्हें थक-हार कर बीच में रुकना नहीं चाहिए। मनुष्य कष्ट भरे मार्ग पर चलते हुए कभी रुकेगा नहीं, संघर्षों से घबराएगा नहीं| वह निरंतर अग्नि पथ को चुनौती देता चलेगा|

() चल रहा मनुष्य है

अश्रुस्वेदरक्त से लथपथ, लथपथ, लथपथ

उत्तर:- इस पंक्ति में कवि कहता है, कि जीवन पथ में बहुत-सी कठिनाइयाँ होने के बाद भी मनुष्य उससे हार माने बिना आगे बढ़ता जा रहा है। कठिनाइयों से संघर्ष करते हुए वह आँसू, पसीने और खून से लथपथ है। मनुष्य निराश हुए बिना बढ़ता जा रहा है।।

इस पेज में आपको NCERT solutions for class 9 hindi Sparsh दिया जा रहा है| हिंदी स्पर्श के दो भाग हैं | Hindi Sparsh स्पर्श भाग 1 सीबीएसई बोर्ड द्वारा class 9th के लिए निर्धारित किया गया है | इस पेज की खासियत ये है कि आप यहाँ पर ncert solutions for class 9 hindi Sparsh pdf download भी कर सकते हैं| we expect that the given class 9 hindi Sparsh solution will be immensely useful to you.

3.इस कविता का मूलभाव क्या है? स्पष्ट कीजिए

उत्तर:- प्रस्तुत कविता में कवि सबको यह संदेश देना चाहते हैं कि मनुष्य जीवन कठिनाइयों और संघर्षों से परिपूर्ण है और किसी भी व्यक्ति को इन बाधाओं से घबराकर रूकना या मुड़ना नहीं चाहिए; बल्कि पुरे जोश और उत्साह के साथ उनका सामना करना चाहिए। कवि ने मनुष्य को अपने लक्ष्य को पाने का दृढ़-संकल्प करने की प्रेरणा दी है और कहा है कि उसे बिना किसी सहारे, अभिलाषा और आराम के निरंतर आगे बढ़ते रहना चाहिए। सफलता प्राप्त करने के लिए मनुष्य को बहुत सारा खून-पसीना बहाना पड़ता है, लेकिन खून-पसीने से लथपथ होकर भी उसे अपनी मंजिल की ओर बढ़ते रहना चाहिए|

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