NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 14 गिरगिट

By | June 4, 2022
NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 14 गिरगिट

NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 14 गिरगिट यहाँ सरल शब्दों में दिया जा रहा है.  Girgit Chapter in Hindi Class 10 Solutions को आसानी से समझ में आने के लिए हमने प्रश्नों के उत्तरों को इस प्रकार लिखा है की कम से कम शब्दों में अधिक से अधिक बात कही जा सके.

NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 14 गिरगिट

प्रश्न अभ्यास

मौखिक

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एकदो पंक्तियों में दीजिए

1.काठगोदाम के पास भीड़ क्यों इकठ्ठा हो गई थी?

उत्तर:- काठगोदाम के पास अचानक ही एक व्यक्ति के चीखने की आवाज़ सुनाई दी और उसके बाद कुत्ते के किकियाने की। एक व्यापारी पिचूगिन के कोठगोदाम में से एक कुत्ता तीन टाँगों के बल पर रेंगता हुआ आ रहा था, क्योंकि ख्यूक्रिन नाम के एक व्यक्ति ने कुत्ते को पिछली टाँग से पकड़ा हुआ था और चीख रहा था कि इस कुत्ते को कहीं भी मत जाने दो। ख्यूक्रिन और कुत्ते दोनों के मिले-जुले शोर को सुनकर काठगोदाम के पास भीड़ इकट्ठी हो गई।

2. उँगली ठीक न होने की स्थिति में ख्यूक्रिन का नुकसान क्यों होता?

उत्तर:- ख्यूक्रिन एकसुनार कामकाजी आदमी था। वह पेचीदा किस्म का काम करता था। उसे लकड़ी लेकर जरूरी काम निपटाना था परंतु उँगली पर घाव होने के कारण वह हफ्तों तक काम नहीं कर पाएगा जिससे उसके काम का नुकसान होगा। उंगली ठीक न होने की स्थिति में वह काम नहीं कर सकता था, जिससे उसे नुकसान होता।

3. कुत्ता क्यों किकिया रहा था?

उत्तर:- ख्यूक्रिन ने कुत्ते की पीछे की एक टाँग भी पकड़ ली थी। वह कुत्ता तीन टाँगों के बल रेंगता चल रहा था। उसे चलने में कष्ट हो रहा था इसलिए वह किकिया रहा था।

4. बाजार के चौराहे पर खामोशी क्यों थी?

उत्तर:- बाजार के चौराहे पर ओचुमेलाॅव नामक एक भ्रष्ट और तानाशाह पुलिस अधिकारी की मौजूदगी के कारण खामोशी थी।

5. जनरल साहब के बावर्ची ने कुत्ते के बारे में क्या बताया?

उत्तर:- जनरल साहब के बावर्ची ने कुत्ते के बारे में बताया कि यह कुत्ता उनके मालिक का नहीं है, बल्कि उनके भाई ‘इवानिच’ का है। यह कुत्ता ‘बारजोयस नस्ल का है और जनरल साहब इस नस्ल के कुत्तों में कोई दिलचस्पी नहीं रखते। यह नस्ल उनके भाई को पसंद है। अतः यह उन्हीं का है।

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लिखित

() निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए

1.ख्यूक्रिन ने मुआवज़ा पाने की क्या दलील दी?

उत्तर:- ख्यूक्रिन ने मुआवजा पाने के लिए ओचुमेलाॅव को दलील दी कि वह बहुत ही कामकाजी आदमी है और उसका काम भी एकदम पेचीदा किस्म का है। कुत्ते के काटने की वजह से अब लगभग एक हफ्ते तक उसकी उंगली कोई काम करने लायक नहीं है, जिससे उसे बहुत नुकसान होगा। इसलिए उसे कुत्ते के मालिक से मुआवजा दिलाया जाए।

2. ख्यूक्रिन ने ओचुमेलॉव को उँगली ऊपर उठाने का क्या कारण बताया?

उत्तर:- ख़्यूक्रिन यह जताना चाहता था कि वह बेचारा अपने काम से बाजार जा रहा था, जब कुत्ते ने अकारण ही उसकी ऊँगली काट ली।  वह लोगों की हमदर्दी बटोरना चाहता था।

3. येल्दीरीन ने ख्यूक्रिन को दोषी ठहराते हुए क्या कहा?

उत्तर: –प्रस्तुत पाठ के अनुसार, येल्दीरीन ने ख्यूक्रिन को दोषी ठहराते हुए कहा कि यह बदमाश व्यक्ति है | जरूर इसी ने जलती सिगरेट कुत्ते की नाक में डाली होगी, वरना बिना मतलब कुत्ता किसी को काटता नहीं है |

4. ओचुमेलॉव ने जनरल साहब के पास यह संदेश क्यों भिजवाया होगा कि ‘उनसे कहना कि यह मुझे मिला और मैंने इसे वापस उनके पास भेजा है’?

उत्तर:- ओचुमेलॉव ने जनरल साहब के पास यह संदेश इसलिए भिजवाया क्योंकि वह उनकी चापलूसी करना चाह रहा था। वह उन्हें झूठी चिंता दिखाकर यह साबित करना चाहता था कि उसे उनका और उनके कुत्ते का बहुत ख्याल है। यह सब करके वह उन्हें खुश करना चाहता था, ताकि उसे पदोन्नति मिल सके और वह जनरल साहब का करीबी बनकर लाभ उठा सके।

5. भीड़ ख्यूक्रिन पर क्यों हँसने लगती है?

उत्तर:- पहले तो ओचुमेलॉव ख़्यूक्रिन का पक्ष लेकर कुत्ते के मालिक से उसे मुआवज़ा दिलाने की कोशिश करता है पर जब उसे यह पता लगता है कि कुत्ता जनरल साहब के भाई का है तो वह गिरगिट की तरह रंग बदलते हुए कुत्ते का पक्ष लेता है।  कुछ गलतफहमियों की वजह से यह किस्सा बार – बार चलता है और अंत में वह कुत्ते का ही पक्ष लेता है।  उसे बदलते फ़ितरत और ख्यूक्रिन की दयनीय स्थिति को देखकर भीड़ उस पर हँसने लगती है

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() निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60) शब्दों में लिखिए

1.किसी कीलवील से उँगली छील ली होगीऐसा ओचुमेलॉव ने क्यों कहा?

उत्तर:- प्रस्तुत पाठ के अनुसार, किसी कील-वील से उँगली छील ली होगी — ऐसा ओचुमेलॉव ने इसलिए कहा, क्योंकि ओचुमेलॉव एक चापलूस किस्म का सिपाही था | ख्यूक्रिन की उँगली कटती है तो वह कुत्ते के मालिक के बारे में बुरा-भला कहता है, लेकिन ज्यों ही उसे पता चलता है कि कुत्ता जनरल साहब या उनके भाई का है | वह तुरन्त अपने पूर्व व्यवहार के विपरीत हो जाता है | तत्पश्चात्, ख्यूक्रिन को ही दोषी मानने लगता है और उल्टा उसे ही कोसने लगता है

2. ओचुमेलॉव के चरित्र की विशेषताओं को अपने शब्दों में लिखिए।

उत्तर:- ओचुमेलॉव अत्यंत चालाक, स्वार्थी, अवसरवादी, बातूनी तथा मक्कार व्यक्ति था। वह लोगों से जबरन चीज़ें ऐंठता था। कुत्ते के मालिक के बारे में जानकर वह कुत्ते की तारीफ़ करने लगा। वह अपने लाभ के लिए किसी के साथ भी अन्याय कर सकता है, पाठ में जैसे उसने ख्यूक्रिन के साथ किया। उसे अपने पद का लाभ उठाना बखूबी आता है।

3. यह जानने के बाद कि कुत्ता जनरल साहब के भाई का है – ओचुमेलॉव के विचारों में क्या परिवर्तन आया और क्यों?

उत्तर:- जब ओचुमेलॉव को प्रोखोर यह बताता है कि यह कुत्ता जनरल साहब के भाई का है, तो उसके विचारों में एकदम परिवर्तन आ जाता है। वह पहले जिस कुत्ते को गंदा, मरियल कह रहा था, अब वही कुत्ता उसे अति ‘सुंदर डॉगी’ लगने लगा। वह उसे खूबसूरत पिल्ला दिखाई देने लगा। उसे अब ख्यूक्रिन का ही दोष दिखाई देने लगा। उसके विचारों में यह परिवर्तन इसलिए आया, क्योंकि वह स्वार्थी एवं अवसरवादी व्यक्ति था और जनरल साहब को नाराज़ नहीं करना चाहता था। उन पर अपनी स्वामिभक्ति की छाप छोड़ना चाहता था।

4. ख्यूक्रिन का यह कथन कि ‘मेरा एक भाई भी पुलिस में है .. ।’ समाज की किस वास्तविकता की ओर संकेत करता है?

उत्तर:- ख्यूक्रिन का यह कथन कि ‘मेरा एक भाई भी पुलिस में है…।’ से समाज में फैले भाई-भतीजावाद जैसी दुष्प्रवृत्ति का पता चलता है जब कुत्ते के काटने की व्यथा झेल रहे ख्यूक्रिन को लगता है कि येल्दीरीन (सिपाही) कुत्ते को दोषमुक्त करने के लिए स्वयं उसे ही दोषी ठहराने पर तुला है तो वह अपने साथ अन्याय होता देख ऐसा कहता है। इस प्रकार वह इंसपेक्टर तथा सिपाही दोनों को ऐसा बताकर भाई-भतीजावाद को अनुचित लाभ लेना चाहता है। इससे स्पष्ट होता है। कि तत्कालीन रूसी समाज में अराजकता, भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद का बोलबाला है। समाज में कानून नाम की कोई चीज नहीं है। दोषी को निर्दोष तथा निर्दोष को दोषी बनाने का तुच्छ कार्य अपनी स्वार्थपूर्ति के लिए धड़ल्ले से किया जा रहा है।

5. इस कहानी का शीर्षक ‘गिरगिट’ क्यों रखा होगा? क्या आप इस कहानी के लिए कोई अन्य शीर्षक सुझा सकते हैं? अपने शीर्षक का आधार भी स्पष्ट कीजिए।

उत्तर:- प्रस्तुत कहानी का शीर्षक गिरगिट इसलिए रखा गया है, क्योंकि इस कहानी का मुख्य पात्र ओचुमेलॉव गिरगिट की तरह समय और स्थिति को देखकर अपना रंग अथार्त् पक्ष बदलता है।इस पाठ का शीर्षक चापलूसी, दल-बदलू या मौकापरस्त भी हो सकता है; क्योंकि इसमें ओचुमेलाॅव अपने से बड़े अफसर जनरल साहब की चापलूसी करने के लिए बार-बार अपनी बात पलट देता है। वह दल-बदलू प्रवृत्ति का व्यक्ति होता है और जहां अपना फायदा देखता है, वही चल देता है। वह बहुत ही लालची और चालाक होता है। वह हमेशा मौके का फायदा उठाने के बारे में सोचता है। आज के इस युग में हर व्यक्ति समय और मौके को देखकर अपना स्वभाव बदल लेता है ।

6. ‘गिरगिट’ कहानी के माध्यम से समाज की किन विसंगतियों पर व्यंग्य किया गया है? क्या आप ऐसी विसंगतियाँ अपने समाज में भी देखते हैं? स्पष्टकीजिए।

उत्तर:-गिरगिट’ कहानी के माध्यम से लेखक ने समाज की कानून व्यवस्था पर व्यंग्य किया है। लेखक ने बताया है कि शासन व्यवस्था पूर्ण रूप से चापलूसों और भाई-भतीजावाद के समर्थक अधिकारियों के भरोसे चल रही है। व्यक्ति परिस्थिति के अनुसार अपनी बात को परिवर्तित करना अच्छी तरह से जानते हैं। चापलूस अधिकारी सही निर्णय नहीं लेते जिसका असर समाज पर पड़ता है। पुलिस का व्यवहार आम आदमी के प्रति उपेक्षापूर्ण होता है, जिसके कारण आम आदमी को न्याय नहीं मिल पाता। पुलिस अधिकारी सदा हित की बात सोचते हैं। समाज में उच्च वर्ग का दबदबा है। उन्हीं का आदेश समाज । की दिशा निर्धारित करता है जबकि सामान्य व्यक्ति का अपराध दंडनीय हो जाता है। वर्तमान समाज में भी ऐसी विसंगतियों को देखा जा सकता है। हम देखते हैं कि चापलूस और रिश्वतखोर लोग निरंतर उन्नति कर रहे हैं। कानून और न्याय व्यवस्था में चारों ओर चापलूसों और भ्रष्ट लोगों का ही बोलबाला है। लोग सफल होने के लिए इसी रास्ते को अपनाते जा रहे हैं। यद्यपि इन विसंगतियों को दूर करने के प्रयास किए जा रहे हैं, किंतु अभी अधिक सफलता नहीं मिल पाई है।

() निम्नलिखित के आशय स्पष्ट कीजिए

1.उसकी आँसुओं से सनी आँखों में संकट और आतंक की गहरी छाप थी।

उत्तर:- प्रस्तुत पंक्ति के माध्यम से कुत्ते की दशा का वर्णन किया गया है। जब ख्युक्रिन कुत्ते को पकड़कर चिल्ला रहा होता है, तब कुत्ता बहुत ज्यादा डरा हुआ होता है। उसका डर उसकी आंखों से साफ झलकता है, क्योंकि उसे अपने सामने खड़ी मुसीबत का पता होता है

2. कानून सम्मत तो यही है… कि सब लोग अब बराबर हैं।

उत्तर:- इस पंक्ति के माध्यम से लेखक ने बताया है कि कानून की नजरों में हर व्यक्ति एक समान होता है और कानून सबके लिए बराबर होता है। सही न्याय पाना हर व्यक्ति का अधिकार होता है, चाहे वह अमीर हो या गरीब।

3. हुजूर! यह तो जनशांति भंग हो जाने जैसा कुछ दीख रहा है।

उत्तर:- जब खामोश चौराहे पर ख्युक्रिन चिल्ला-चिल्लाकर भीड़ जमा कर लेता है, तब ओचुमेलॉव का सहायक येल्दीरीन प्रस्तुत कथन कहता है क्योंकि उसे चौराहे की वह स्थिति जन शांतिभंग जैसी प्रतीत होती है। ओचुमेलॉव वह उसका सहायक येल्दीरीन, दोनों भ्रष्ट सिपाही होते है और लोगों से पैसा आने का मौका ढूंढते है। उपरोक्त स्थिति में भी उनका यही प्रयास होता है।

भाषाअध्ययन

1.नीचे दिए गए वाक्यों में उचित विराम चिह्न लगाइए –

() माँ ने पूछा बच्चों कहाँ जा रहे हो

() घर के बाहर सारा सामान बिखरा पड़ा था

() हाय राम यह क्या हो गया

() रीना सुहेल कविता और शेखर खेल रहे थे

() सिपाही ने कहा ठहर तुझे अभी मजा चखाता हूँ

उत्तर:- () माँ ने पूछा, “बच्चों कहाँ जा रहे हो?”

() घर के बाहर सारा सामान बिखरा पड़ा था।

() हाय राम! यह क्या हो गया?

() रीना, सुहेल, कविता और शेखर खेल रहे थे।

() सिपाही ने कहा, “ठहर, तुझे अभी मजा चखाता हूँ।”

2. नीचे दिए गए वाक्यों में रेखांकित अंश पर ध्यान दीजिए –

मेरा एक भाई भी पुलिस में है।

यह तो अति सुंदर ‘डॉगी’ है।

कल ही मैंने बिलकुल इसी की तरह का एक कुत्ता उनके आँगन में देखा था।

वाक्य के रेखांकित अंश ‘निपात’ कहलाते हैं जो वाक्य के मुख्य अर्थ पर बल देते हैं। वाक्य में इनसे पता चलता है कि किस बात पर बल दिया जा रहा है औरवाक्य क्या अर्थ दे रहा है। वाक्य में जो अव्यय किसी शब्द या पद के बाद लगकर उसके अर्थ में विशेष प्रकार का बल या भाव उत्पन्न करने में सहायताकरते हैं उन्हें निपात कहते हैं; जैसेही, भी, तो, तक आदि

ही, भी, तो, तक आदि निपातों का प्रयोग करते हुए पाँच वाक्य बनाइए।

उत्तर:- (). शाम तक मुझे यह दोनों काम खत्म करने है।

(). तुम भी हमारे साथ चलो।

(). अभी कुछ दिन पहले ही तो तुमने नया फोन लिया था।

(). वह अभी तक लौटकर नहीं आया।

(ड़). इस बार तुम्हें आना ही पड़ेगा।

3. पाठ में आए मुहावरों में से पाँच मुहावरे छाँटकर उनका वाक्य में प्रयोग कीजिए।

उत्तर:- ().जमीन फाड़कर निकल आना: अभी कुछ देर पहले यह रास्ता बिल्कुल साफ था और इतनी सी देर में मानो भीड़ जमीन फाड़कर निकल आई हो।

(). त्योरियां चढ़ाना: उसे जरा सा क्या कह दिया ,उसकी तो  त्योरियां चढ़ गई।

(). जिंदगी नर्क हो जाना: मनु के झूट के कारण मेरी जिंदगी नर्क हो गई है।

(). मत्थे मढ़ देना:आँचल ने प्रिय को मारकर उसका इल्जाम अंजू के मत्थे मढ़ दिया ।

(ड़). मजा चखाना:नमन कुछ ज़्यादा ही होशियार बन रहा है। लगता है उसे मजा चखाना ही पड़ेगा।

4. नीचे दिए गए शब्दों में उचित उपसर्ग लगाकर शब्द बनाइए

भाव, पसंद, धारण, उपस्थित, लायक, विश्वास, परवाह, कारण।

उत्तर🙁) सद् + भाव = सद्भाव

() ना+ पसंद = नापसंद

() निर्+ धारण = निर्धारण

() अनु+ उपस्थित = अनुपस्थित

() ना + लायक = नालायक

() अ+ विश्वास = अविश्वास

() बे + परवाह = बेपरवाह

() अ+ कारण = अकारण

5. नीचे दिए गए शब्दों में उचित प्रत्यय लगाकर शब्द बनाइए

मदद, बुद्धि, गंभीर, सभ्य, ठंड, प्रदर्शन।

उत्तर:- मदद + गार = मददगार

बुद्धि + मान = बुद्धिमान

गंभीर + ता = गंभीरता

सभ्य + ता = सभ्यता

ठंड + ई = ठंडी

प्रदर्शन + ई = प्रदर्शनी

6. नीचे दिए गए वाक्यों के रेखांकित पदबंध का प्रकार बताइए

() दुकानों में ऊँघते हुए चेहरे बाहर झाँके।

() लाल बालोंवाला एक पाही चला आ रहा था।

() यह ख्यूक्रिन हमेशा कोई न कोई शरारत करता रहता है।

() एक कुत्ता तीन टाँगों के बल रेंगता चला आ रहा है।

उत्तर:- (). संज्ञा पदबंध

(). विशेषण पदबंध

(). क्रिया पदबंध

(). क्रियाविशेषण पदबंध

7. आपके मोहल्ले में लावारिस? आवारा कुतों की संख्या बहुत ज्यादा हो गई है जिससे आनेजाने वाले लोगों को असुविधा होती है। अत:लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नगर निगम अधिकारी को एक पत्र लिखिए।

उत्तर:-

मुरादाबाद नगर निगम

राज नगर

मुरादाबाद दिनांक -2९ अक्टूबर 2018

सेवा में,

नगर निगम अधिकारी

विषय : लावारिस आवारा कुत्तों की समस्या हेतु पत्र।

महोदय

इस पत्र के द्वारा मैं आपका ध्यान हमारे इलाके में बढ़ रही आवारा कुत्तों की संख्या की ओर आकर्षित करना चाहती हूँ।

हमारे इलाके में घुम रहे इन आवारा पशुओं के कारण आम नागरिकों को बहुत-सी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बच्चों तथा बुजर्गों का घर से निकलना दूभर हो गया है। ये पशु राहगीरों के पास से खाने-पीने की सामग्री प्राप्त करने के लिए उनके ऊपर भौंकने लगते हैं और कभी-कभी तो उनपर झपट भी पड़ते हैं।

ये सड़क पर चल रहे व गलियों से गुजर रहे दोपहिया वाहनों के भी पीछे पड़ जाते हैं; जिससे कई दफा चालकों को व उनके साथ बैठे साथियों को हादसों का सामना करना पड़ता है।

हमारे इलाके में इनका खोफ दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। अत:आप से आशा हैं कि आप इन आवारा पशुओं को पकड़वाकर हमें इस समस्या से जल्द-से जल्द निजात दिलाएंगे।

धन्यवाद

भवदीय

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